नई दिल्ली। वर्तमान स्थिति में हिन्दू संस्कृति, सभ्यता, परंपरा, इतिहास, शौर्य आदि को अपमानित और समाप्त करने के लिए देश में प्रतिदिन नए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। देश के विभिन्न राजनीतिक दल, विभिन्न क्षेत्रों के लोग और बुद्धिजीवी वर्ग हिन्दुओं के त्यौहार-उत्सवों का उपहास कर तथा हिन्दू धर्म को अपमानित कर हिन्दुओं में हीनभावना उत्पन्न कर रहे हैं । हिन्दुओं को धर्म भूलने हेतु बाध्य किया जा रहा है। देश के हिन्दू मंदिरों पर आक्रमण किए जा रहे हैं।
राममंदिर के लिए निधि एकत्रित करनेवाले युवक रिंकू शर्मा की देश की राजधानी में चाकू घोंपकर हत्या की जा रही है। इस परिस्थिति में हिन्दुओं के पास हिन्दूसंगठन ही एकमात्र विकल्प शेष रह गया है। ऐसा न होने पर हिन्दुओं का पहेचान मिट जाएगी। इसलिए आपसी मतभेद भुलाकर अपना अस्तित्त्व बनाए रखने के लिए संकल्पशक्ति, ऊर्जा और उत्साह से भरे हिन्दू बंधुओं को अब संगठित होना ही चाहिए, ऐसा आवाहन देहली के भाजपा के नेता तथा भूतपूर्व विधायक कपिल मिश्रा ने किया । वे हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ऑनलाइन हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में बोल रहे थे।
सभा के प्रारंभ में शंखनाद होने पर हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक पू. नीलेश सिंगबाळ ने दीपप्रज्ज्वलन किया। सनातन संस्था के धर्मप्रचारक आनंद जाखोटिया ने छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले पर पुष्पहार अर्पण किया । इस ऑनलाइन सभा का यू-ट्यूब और फेसबुक के माध्यम से 48,000 लोगों ने लाभ उठाया।
इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक पू. नीलेश सिंगबाळ ने कहा कि, भारत में लव जिहाद, लैंड जिहाद आदि माध्यमों से जिहाद चल रहा है। उसमें इस्लामी नियमों के अनुसार प्रारंभ हलाल अर्थव्यवस्था ने भारत की अर्थव्यवस्था को चुनौती दी है। जागरूक भारतीय नागरिकों को हलालनामक फूड जिहाद की बलि न चढकर उसका बहिष्कार करना चाहिए। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर चर्च और मस्जिदों को हाथ भी न लगानेवाली राज्य सरकारों ने केवल हिन्दुओं के बडे मंदिर अपने नियंत्रण में लिए हैं। सिनेमा, वेब सीरीज आदि के माध्यम से हिन्दू धर्म का अपमान किया जा रहा है। यह रोकने के लिए भारत में ईशनिंदा विरोधी कानून लागू करना चाहिए।
इस समय सनातन संस्था के धर्मप्रचारक आनंद जाखोटिया ने कहा कि संसार अभी तक कोरोना महामारी से नहीं संभला है। आगे आनेवाले कठिन काल में आत्मबल की आवश्यकता है और यह बल साधना से ही निर्माण होगा। छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओं ने भी नामस्मरण करते हुए ईश्वर से सामर्थ्य प्राप्त किया था। इसी प्रकार हमें भी साधना कर जनकल्याणकारी हिन्दू राष्ट्र्र-स्थापना की पताका फहरानी चाहिए।
इस सभा में धर्मवीरों द्वारा दिखाए गए स्वसुरक्षा के प्रात्यक्षिक तथा बालसाधकों ने लघुपट के माध्यम से राष्ट्ररक्षा और धर्माचरण का किया हुआ आवाहन आकर्षक सिद्ध हुआ। इस समय राष्ट्ररक्षा और धर्मशिक्षाविषयक फ्लेक्स प्रदर्शनी भी दिखाई गई। सभा के अंत में हिन्दू राष्ट्र्र-स्थापना के लिए तथा हिन्दुओं की विभिन्न मांगों के लिए प्रस्ताव पारित किए गए। संपूर्ण वंदे मातरम् से इस सभा का समापन हुआ ।