असंभव को संभव करने का नाम सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल गंभीर मरीजों का इलाज कर , किया साबित
असंभव को संभव करने का नाम सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल गंभीर मरीजों का इलाज कर , किया साबित दिल्ली, मुंबई की महंगी सर्जरी काशी के सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल में हुई, मरीज की जान बची
आज दिनांक 05/09/2023 को कैण्ट रोडवेज स्थित काशी के प्रथम कारपोरेट सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल के सभागार में प्रेस वार्ता कर पत्रकारों को डॉक्टर की टीम ने बताया सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल ने अपनी सेवाओं के विस्तार में एक नया जटिल सर्जरी के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने पर विस्तार से जानकारी दी।
30 वर्षीय मरीज राजू प्रसाद पता गांव डुमरी बलिया, उप्र को लगभग 5 सालों से इन गंभीर बीमारियों को लेकर हमारे अस्पताल आये थे जिनको गर्दन में दर्द, सभी अंगों एवं आंत्र मूत्राशय की कमजोरी और असंयम इत्यादि बीमारी थी। मरीज की स्थिति लगातार नाजुक होती जा रही थी। उन्हें कई मरीजों के माध्यम से डॉ. शशि शेखर सिंह व सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल के बारे में जानकारी मिली।
सिग्नस लक्ष्मी हॉस्पिटल की सेवाओं के बारे में पूर्ण जानकारी लेने के बाद मरीज के परिजनों द्वारा दिल्ली, मुम्बई न ले जाकर यहीं पर सर्जरी कराने का फैसला किया गया।
मरीज की सभी संबंधित जाचें की गई और उन्हें आगे की सर्जरी के लिए भर्ती कराया गया। उसके उपरान्त जाचों के आधार पर
सर्जरी सफलता पूर्वक किया गया। अब मरीज स्वस्थ है और उसके अंगों की कमजोरी भी ठीक है।
इसके अतिरिक्त 49 वर्षीय मरीज बीरेन्द्र यादव, निवासी-कोटवां, नारायनपुर, बलिया के मस्तिष्क की हड्डी हटाकर रक्त की
जमी हुई थक्के को सफलतापूर्व निकालकर सर्जरी किया गया। इस सर्जरी के पश्चात मरीज अब पूर्णतः स्वस्थ है और अपने सारे
दैनिक कार्य कर रहा है।
तीसरी मरीज 25 वर्षीय पूजा देवी, निवासी- राबर्टसगंज, सोनभद्र, उ.प्र., जिसको टीबी के कारण रीढ़ की ऊपरी हिस्से में पस (मवाद) जमा हो गया था जिसके कारण उसके खाने व सांस की नली पर दबाव पड़ रहा था और साथ ही सर्वाइकल स्पाइन की कुछ हड्डी भी खराब हो गई थी
प्रेस वार्ता के दौरान मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सफीर हैदर, डॉ. शशि शेखर सिंह (न्यूरो सर्जन) व उनकी टीम के अलावा हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक राय, डॉ. विनीत अग्रवाल (एनेस्थेटिक) एवं वाइस प्रेसीडेंट श्री सुमित सैनी व एजीएम संतोष सिंह आदि उपस्थित रहे।
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