-माँ दुर्गा के आगमन के लिए निकाली गयी कलश शोभायात्रा, शिव की नगरी में जय माता दी की गूंज
वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में देवाधिदेव महावेद के साथ शक्ति की पूजा-उपासना भी बड़े-धूमधाम से की जाती है। 9 देवियों के इस नौ दिवसीय पर्व यानि कि शारदीय नवरात्र की आज षष्ठी तिथि है। ऐसे में माता का आगमन पंडालों में हो चूका है।
-माँ दुर्गा के आगमन के लिए निकाली गयी कलश शोभायात्रा, शिव की नगरी में जय माता दी की गूंज
-जीत होम्स सोसाइटी के द्वारा आयोजित नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का छठवां दिन
वाराणसी। धर्म की नगरी काशी में देवाधिदेव महावेद के साथ शक्ति की पूजा-उपासना भी बड़े-धूमधाम से की जाती है। 9 देवियों के इस नौ दिवसीय पर्व यानि कि शारदीय नवरात्र की आज षष्ठी तिथि है। ऐसे में माता का आगमन पंडालों में हो चूका है।
जिस प्रकार से माँ दुर्गा के पंडाल को सजाने व उनकी मूर्ति को अलंकृत करने के लिए सभी समितियां उत्साहित रहती हैं। उसी प्रकार से माँ के आगमन को लेकर भी उनमें खासा उत्साह देखने को मिलता है।
इसी कड़ी में जीत रिवेरा कैंपस में चल रही नौ दिनों की नवरात्रि उत्सव में भी जीत होम्स सोसाइटी के पुरुषों और महिलाओं में माँ के आगमन को लेकर काफी हर्षोल्लास नजर आया। जीत होम्स सोसाइटी द्वारा रामनगर में चल रहे नौ दिनों की नवरात्रि उत्सव में आज शुक्रवार, 20 अक्टूबर को सुबह 8 बजे कलश शोभायात्रा निकाली गई। यह कलश शोभायात्रा माता दुर्गा के आगमन को लेकर निकाली गयी और इसके बाद माँ की प्रतिमा को पंडाल में विराजित किया गया।
इस कलश शोभायात्रा में सभी महिलाएं सोलह श्रृंगार करें नजर आयी और इसके अलावा उन्होंने लाल-पीले व् हरे रंग की साड़ियाँ धारण कर रखा था। वह दृश्य काफी मनोरम और भाव-विभोर कर देने वाला था, जब अपने माथे पर माता के नाम का कलश रख पुरे रास्ते महिलाएं जय माता दी के उद्घोष करते हुए चल रही थी। बाजे-गाजे के साथ महिलाएं माँ के गीत गाते-गुनगुनाते चल रही थी।
बता दें कि यह कलश शोभायात्रा जीत रिवेरा कैंपस से होकर नमो घाट तक गई। जहाँ पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महिलाओं ने पूजा करके अपने-अपने कलश में जल भरा और फिर वापस जीत रिवेरा के कैंपस आयी। वहीं इस कलश की पूजा अब नवरात्र भर प्रतिदिन माँ की आराधना करते हुए की जाएगी। सभी लोग माँ के इस कलश पर पुष्पांजलि व उनकी पूजा कर माँ का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
बताते चलें कि मिथक कथाओं, वेद, पुराण, रामायण और महाभारत जैसे सब धार्मिक ग्रंथों में माँ गंगा की महिमा का वर्णन है। माँ गंगा का जल सनातन धर्म में कायिक-वाचिक और मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है और शुद्धता का प्रतीक है। इसीलिए माँ गंगा के जल को लाकर किसी भी धार्मिक यज्ञ और अनुष्ठान को शुद्ध किया जाता है ताकि उस अनुष्ठान में कोई भी विघ्न व बाधा ना आयें एवं मन और शरीर को भी शुद्धि प्राप्त होती है। इसी सोच व धारणा के साथ यह कलश शोभायात्रा निकाली गयी और अब से दशमी तक माँ की पूजा-आराधना बड़े भी भव्य-दिव्य रूप में जीत होम्स सोसाइटी द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही सांकृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन 21 से 24 अक्टूबर तक होगा।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम में माँ के गीत पर गरबा व डांडिया में थिरके भक्त : मनमोहक प्रस्तुतियों ने मोहा सबका मन
-जीत होम्स सोसाइटी के द्वारा आयोजित नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का सातवाँ दिन
शिव की नगरी काशी में इस वक़्त नवरात्री की धूम है। जीत होम्स सोसाइटी द्वारा रामनगर में आयोजित किये गये 9 दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव का आज शनिवार को सातवाँ दिन है। वहीं जीत रिवेरा कैंपस में आयोजित इस नवरात्रि उत्सव के तहत 21 से 24 अक्टूबर तक सांस्कृतिक कर्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रथम दिन बतौर मुख्य अथिति शहर के प्रमुख उद्यमी व रामनगर इंडस्ट्री एरिया के अध्यक्ष आर. के. चौधरी ने शिरकत किया और उनके साथ कई सीनियर सिटीजंस ने भी कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी दर्ज कर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ायी।
सांस्कृतिक कर्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अथिति आर. के. चौधरी, प्रमुख उद्यमी व रामनगर इंडस्ट्रियल एरिया अध्यक्ष का स्वागत व सम्मान किया गया। इसमें मुख्य अतिथि आर.के. चौधरी का स्वागत जीत सिन्हा और पुष्पगुच्छ राज सिंहा ने दिया। वहीं स्वागत कर्ताओं में मुख्य रूप से रवि शंकर शर्मा, वी.वी.सिंह, धर्मवीर यादव, प्रवीण गुप्ता और दक्ष जी अग्रवाल के साथ अन्य लोग उपस्थित रहें।
वहीं युवा कलाकारों का स्वागत सुजीत जायसवाल, मनोज मिश्रा, कन्हैयालाल श्रीवास्तव, आर.पी. सिंह, अजय जायसवाल आदि लोगों ने किया।
सम्मान के बाद मुख्य अथिति आर. के. चौधरी ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में आकर बेहद ख़ुशी हो रही है। आप सभी के साथ मैंने भी माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया है। जिस प्रकार से आज इस कार्य्रकम में पुरुष महिलाओं व बच्चों ने बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया है। ये हमारी संस्कृति को बखूबी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के आयोजन के लिए मैं जीत होम्स सोसाइटी की सराहना करता हूँ कि उन्होंने इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से लोगों को हमारे धर्म, संस्कृति और अध्यात्म से जोड़ने का कार्य किया है।
बात अगर आज के सांस्कृतिक कार्यक्रम में की गयी तमाम प्रस्तुतियों की करें तो आज के कार्यक्रम में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें पुरुष, महिलाएं व बच्चें अलग-अलग थीम पर एक से बढ़कर एक परिधान धारण किए नजर आएं।
वहीं तूलिका तिवारी द्वारा पेश की गयी गणेश वंदना के साथ इसका शुभारम्भ हुआ। इसके साथ शिक्षकों का सामूहिक नृत्य, दृष्टि नृत्य, सिया व श्रेया ने एकल प्रस्तुति और भव्या व जाहन्वी के युगल डांस प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया।
नृत्य के अलावा इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मधुर और मन को मुग्ध कर देने वाली गायन प्रस्तुति भी की गयी। जिसमें प्रसाद आंटी और समूह भजन और किस्मती चाची एवं ग्रुप के भजन प्रस्तुति ने सभी को मोह लिया। इसके साथ ही गिटार वादक शशांक ने भी गिटार पर प्रस्तुति देकर सभी का आकर्षण अपनी ओर खींच लिया।
इन प्रस्तुतियों के बाद माँ की संध्या आरती उतारी गयी। जिसमे एक-एक करके सभी ने माँ का आशीर्वाद प्राप्त किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंत में बच्चों का समूह नृत्य और सान्वी व श्रुति ने शानदार एकल प्रस्तुति दी। इसी के साथ ही रामनगर में आयोजित इस कार्यक्रम में जीत होम सोसाइटी के सदस्यों के साथ अन्य स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया। सभी लोग माँ के गीत के धुनों पर डंडियां और गरबा करते नजर आयें।
कार्यक्रम का संचालन प्रियांशी गुप्ता, स्रधा चौबे ने किया। वहीं प्रसाद वितरण अनुष्का चैरासिया द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम में विशेष भूमिका प्रेम प्रकाश, पारसनाथ सिंह ने निभाई और माता दुर्गा के पंडाल व्यवस्था में प्रवीण गुप्ता, राम प्रताप सिंह और रमाशंकर प्रसाद शामिल रहें।
इसके साथ ही जीत होम्स सोसायटी की ओर से आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य रूप से विजय बहादुर सिंह, सुजीत जयसवाल, प्रवीण गुप्ता, धर्मवीर, गौरव जयसवाल, मनोज मिश्रा, रविंद्र सिंह, के. रामप्रताप सिंह, कन्हैयालाल श्रीवास्तव, राघवेंद्र उर्फ रघु, आकाश देवबंशी, आशुतोष सोनी, अजय जायसवाल, आशीष अग्रवाल, आर. स. प्रसाद, सुनील अग्रवाल और डॉक्टर एस. खुराना के साथ अन्य सदस्य मौजूद रहें।
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