वाराणसी को हरा भरा करने में जुटे है २ युवा अधिवक्ता
varanasi वाराणसी। देश ही नही पूरी दुनिया मे पर्यावरण को लेकर तमाम उपाय सरकारी लेबल पर किये जा रहे है उसके बाद भी वातावरण में दिन पर दिन प्रदूषण की मात्रा बढ़ती जा रहा है।ऐसे हालात में आज विश्व पर्यावरण दिवस के दिन एक बार फिर पर्यावरण को लेकर चर्चा परिचर्चा की औपचारिकता पूरी होगी। आज जरूरत है हर इंसान को वातावरण के प्रति सचेत होना पड़ेगा।आज प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में प्रकृति प्रेमी एक युवा अधिवक्ता ने पूरे शहर को हरा भरा करने का बीड़ा उठाया है।
varanasi वाराणसी। देश ही नही पूरी दुनिया मे पर्यावरण को लेकर तमाम उपाय सरकारी लेबल पर किये जा रहे है उसके बाद भी वातावरण में दिन पर दिन प्रदूषण की मात्रा बढ़ती जा रहा है।ऐसे हालात में आज विश्व पर्यावरण दिवस के दिन एक बार फिर पर्यावरण को लेकर चर्चा परिचर्चा की औपचारिकता पूरी होगी। आज जरूरत है हर इंसान को वातावरण के प्रति सचेत होना पड़ेगा।आज प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में प्रकृति प्रेमी एक युवा अधिवक्ता ने पूरे शहर को हरा भरा करने का बीड़ा उठाया है।
वाराणसी के ये है अधिवक्ता राजेश कुशवाहा है इनके सर पर शहर को हरा भरा करने का जुनून सवार है। राजेश कुशवाहा ने बीस साल पहले यानी 2003 से पौधा लगाने की शुरुआत की । पहले राजेश ने पुलिस लाइन ग्राउण्ड में पौधा लगाना शुरू किया उसके बाद राजेश 2009 में प्रैक्टिस करने के लिए वारणसी के न्यायालय में आ गए तो कोर्ट के परिसर का बेहद ही खराब हालत में है ऐसे में राजेश ने परिसर को स्वच्छ और हरा भरा करने का बीड़ा उठा लिया। देखते ही देखते पूरे परिसर में अब तक 500 से ज्यादा पेड़ लगा चुके है।
राजेश के द्वारा लगाये गए पौधे अब वृक्ष का आकार लेकर लोगो को ऑक्सीजन और छाव प्रदान करने लगा। राजेश अब इन पौधों को नाम भी देने लगे है। राजेश ने इन पौधों को देश के लिए शहीद हो चुके शहीदों के नाम और महापुरुषों के नाम पर पौधो का नाम करन करना शुरू कर दिया है।
राजेश ने इस मुहिम को अकेले ही शुरू किया था लेकिन धीरे धीरे उनके साथ लोग जुड़ने लगे और आज 150 से ज्यादा लोग जुड़ चुके। जिसमे ज्यादातर अधिवक्ता है।
VO
जिस कचहरी में हर तरफ गंदगी और धूप रहती थी आज हर तरफ साफ सफाई और छाव है जिसे पूरा परिसर हरा भरा और स्वच्छ दिखने लगा है।
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