कृषि विभाग ने पंचायत स्तरीय किसान पाठशाला की समीक्षा बैठक
कृषि विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में दिनांक 07.08.2023 से 25.08.2023 तक आयोजित होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी/ किसान पाठशाला" हेतु ट्रेनर्स मूल्यांकन कार्यक्रम आज दिनांक 04.08.2023 को योजना भवन, के एन0आई0सी0 सेन्टर में अपर मुख्य सचिव कृषि की अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमे कृषि निदेशक, उत्तर प्रदेश व विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहें। जिसमें ट्रेनर्स के मूल्यांकन के उद्देश्य से उन ट्रेनर्स की तैयारियों को परखा गया, साथ ही विशेष बिंदुओं पर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा उचित दिशा निर्देश दिए गए ।
कृषि विभाग ने पंचायत स्तरीय किसान पाठशाला की समीक्षा बैठक कृषि विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में दिनांक 07.08.2023 से 25.08.2023 तक आयोजित होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी/ किसान पाठशाला" हेतु ट्रेनर्स मूल्यांकन कार्यक्रम आज दिनांक 04.08.2023 को योजना भवन, के एन0आई0सी0 सेन्टर में अपर मुख्य सचिव कृषि की अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमे कृषि निदेशक, उत्तर प्रदेश व विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहें। जिसमें ट्रेनर्स के मूल्यांकन के उद्देश्य से उन ट्रेनर्स की तैयारियों को परखा गया, साथ ही विशेष बिंदुओं पर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा उचित दिशा निर्देश दिए गए ।
कार्यक्रम में जनपद के अधिकारियों एवं प्रशिक्षु ट्रेनर्स को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव कृषि उत्तर प्रदेश शासन डॉ देवेश चतुर्वेदी ने निर्देशित किया कि किसान पाठशाला की कार्य योजना के अनुसार चिन्हांकित प्रगतिशील कृषकों से भी किसानो की वार्ता कराई जाये, जिससे किसानो की बात किसानो के साथ हो सके। इसके लिए उस क्षेत्र के ऐसे प्रगतिशील कृषक जो कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हो तथा जनपद, राज्य अथवा राष्ट्र स्तर पर सम्मानित हुए हैं उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित कर उनसे कृषकों की वार्ता कराई जाए। उन्होंने कहा कि इन किसान पाठशाला में पराली प्रबंधन, प्राकृतिक खेती, पीएम प्रणाम व श्रीअन्न फसलों के साथ-साथ दलहन एवं तिलहन की उत्पादकता बढ़ाए जाने हेतु आवश्यक तकनीकी जानकारी कृषकों को दी जाए। इसके अतिरिक्त कृषकों को फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के बारे में भी जानकारी दी जाए जिससे कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के माध्यम से अपने आर्थिक स्थिति को उन्नयन कर सके। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि कृषकों को नैनो यूरिया के प्रयोग के बारे में भी बताया जाए जिससे कृषक नैनो यूरिया के उपयोग से यूरिया के दानेदार उर्वरक से प्रतिस्थापित करने के लिए प्रेरित हो सकें।
कृषि निदेशक श्री विवेक कुमार सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित ट्रेनर्स एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए अपील की है, कि पूर्ण मनोयोग से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ उचित समन्वय स्थापित करते हुए कार्यक्रमों का सफल संचालन सुनिश्चित कराएं जिससे विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों तथा कृषि के उपयोगी तकनीकी ज्ञान को समुचित ढंग से कृषकों तक पहुंचाया जा सके
कार्यक्रम में संयुक्त कृषि निदेशक उर्वरक श्री अनिल कुमार पाठक ने पीएम प्रणाम योजना के अंतर्गत कृषकों के लिए पोषक तत्वों की आपूर्ति हेतु उपयोगी अन्य साधनों के उपयोग के बारे में बताया। संयुक्त कृषि निदेशक अभियंत्रण श्री जेपी चौधरी ने बताया कि किस प्रकार पराली का प्रबंधन कर खेतों की उर्वरा शक्ति को समृद्ध किया जा सकता है साथ ही पराली के समुचित प्रयोग से कृषक अतिरिक्त आय भी प्राप्त कर सकते हैं।
इफको के प्रतिनिधि डॉ राधा कृष्ण नायक द्वारा नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के प्रयोग के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सहायक निदेशक श्री विनय कौशल के द्वारा प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से बताया गया, राज्य सलाहकार श्री एके सिंह के द्वारा श्रीअन्न के उत्पादन एवं उसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का संचालन अपर कृषि निदेशक श्री राजेंद्र कुमार सिंह के द्वारा किया गया।
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