फीस वृद्धि के खिलाफ बीएचयू के छात्र चीफ प्राक्टर आफिस पहुंच
लाइव यूपी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में फीस वृद्धि को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने मंगलवार 12 मार्च को चीफ प्राक्टर कार्यालय का घेराव किया और अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा।
लाइव यूपी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में फीस वृद्धि को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने मंगलवार 12 मार्च को चीफ प्राक्टर कार्यालय का घेराव किया और अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा।
छात्रों ने बताया कि बीएचयू में फीस वृद्धि और सेंट्रल हिन्दू स्कूल में ई-लॉटरी सिस्टम के विरोध में धरना दे रहे छात्र-छात्राओं में से 9 को सोमवार की रात चीफ प्राक्टर ने नोटिस भेज दी। लेकिन नोटिस का लहजा धमकी भरा था। इसके बाद नोटिस के खिलाफ भगतसिंह छात्र मोर्चा ने मंगलवार को चीफ प्राक्टर आफिस के घेराव कर आह्वान किया था।
छात्रों का आरोप है कि फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान छह अप्रैल को दर्जनों सुरक्षाकर्मियों ने विद्यार्थियों पर बलप्रयोग किया था। इसके अलावा छात्र-छात्राओं पर उल्टा आरोप लगाकर आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की गई। छात्रों ने चीफ प्राक्टर आफिस घेराव के दौरान प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया।
भगतसिंह छात्र मोर्चा अध्यक्ष आकांक्षा आजाद ने कहाकि बीएचयू प्रशासन छात्र-छात्राओं को धमकाने की कोशिश कर रहा है। यदि प्रशासन छात्रों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नही करता तो बड़े आंदोलन के लिए वे विवश होंगे। उन्होंने कहाकि देश का कोई भी विश्विद्यालय व शिक्षण संस्थान संवाद व बातचीत से चलता है। प्रशासन को छात्र-छात्राओं से संवाद करना चाहिए।
हम लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करनेवाले छात्र हैं। हम चाहते हैं कि प्रशासन हमसे धमकी व ताक़त के बल पर नहीं बल्कि संवाद के जरिए बातचीत करें। अंत में छात्रों की ओर से चीफ प्राक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया और धमकी भरा नोटिस वापस लेने की मांग की गई।
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