सावन के पहले सोमवार से पूर्व प्रचीन शिव मंदिर पर सुरक्षा व तैयारियों का हाल
gonda सावन माह में शिवालयों वह भगवान शिव की आराधना करने वाले शिव भक्तों की आस्था उन्हें भगवान के दरबार में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के किए खींच लाती है। ऐसे में सावन माह में कल पड़ने वाले सावन के पहले सोमवार पर गोंडा नगर क्षेत्र के प्राचीन दुखहरण नाथ मंदिर व उसके परिसर की सजावट भव्य तरीके से फूल मालाओं के जरिए किया गया है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव का दर्शन करने के लिए स्वयं भगवान राम यहां आया करते थे। व गोनार्ड की इसी भूमि पर भगवान राम अपनी वॉवें भी चराया करते थे।
gonda सावन माह में शिवालयों वह भगवान शिव की आराधना करने वाले शिव भक्तों की आस्था उन्हें भगवान के दरबार में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के किए खींच लाती है। ऐसे में सावन माह में कल पड़ने वाले सावन के पहले सोमवार पर गोंडा नगर क्षेत्र के प्राचीन दुखहरण नाथ मंदिर व उसके परिसर की सजावट भव्य तरीके से फूल मालाओं के जरिए किया गया है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव का दर्शन करने के लिए स्वयं भगवान राम यहां आया करते थे। व गोनार्ड की इसी भूमि पर भगवान राम अपनी वॉवें भी चराया करते थे। ऐसे में दुखों को हरने वाले भगवान शिव के इस स्थान का नाम प्राचीन काल से दुखहरण नाथ के नाम से जाने जाना लगा
सावन के ओनके सोमवार की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कगाय गया है। वहीं पुलिस ने मंदिर में भगवान शिव को जलाभिषेक चढ़ाने आने वाले भक्तों की सुविधा का ध्यान रखते हुए बैरिकेटिंग की हुई है। ताकि लोग ट्रैफिक में ना फंसे। कोरोना काल के बाद मंदिर में जलाभिषेक करने वाले शिव भक्तों की संख्या में इस बार काफी बढ़ोतरी देखे जाने की भी उम्मीद लगाई जा रही है।
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