वाराणसी में ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ का प्रारंभ, हिन्दू राष्ट्र बनाने लिए हुआ मंथन

वाराणसी - भारत और नेपाल को संवैधानिक दृष्‍टि से हिन्‍दू राष्‍ट्र बनाने की योजना बनाने के लिए आज आशापुर के तनिष्‍क बैंक्‍वेट सभागृह में हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन का प्रारंभ हुआ । हिन्‍दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक  सद़्‍गुरु नीलेश सिंगबाळ जी ने बताया कि ‘‘ज्ञानव्‍यापी क्षेत्र की मुक्‍ति के लिए चल रहे कानून संघर्ष को उत्तरप्रदेश, बिहार, उडिशा, दिल्ली आदि राज्‍यों तथा नेपाल, अमेरिका से 100 से अधिक संगठनों ने समर्थन देकर काशी-विश्‍वनाथ की सेवा करने का संकल्‍प किया है ।

वाराणसी में ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ का प्रारंभ, हिन्दू राष्ट्र बनाने लिए हुआ मंथन 

 ज्ञानवापी  मुक्‍ति अभियान के कानून संघर्ष को १०० से अधिक संगठनों का समर्थन !
  
वाराणसी - भारत और नेपाल को संवैधानिक दृष्‍टि से हिन्‍दू राष्‍ट्र बनाने की योजना बनाने के लिए आज आशापुर के तनिष्‍क बैंक्‍वेट सभागृह में हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन का प्रारंभ हुआ । हिन्‍दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक  सद़्‍गुरु नीलेश सिंगबाळ जी ने बताया कि ‘‘ज्ञानव्‍यापी क्षेत्र की मुक्‍ति के लिए चल रहे कानून संघर्ष को उत्तरप्रदेश, बिहार, उडिशा, दिल्ली आदि राज्‍यों तथा नेपाल, अमेरिका से 100 से अधिक संगठनों ने समर्थन देकर काशी-विश्‍वनाथ की सेवा करने का संकल्‍प किया है ।

हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन के द्वारा काशी विश्‍वनाथ मंदिर स्‍थित श्रृंगार गौरी की पूजा की अनुमति मिलने के लिए कानूनी संघर्ष कर रही महिला याचिकाकर्त्ता तथा डॉ. सोहनलाल आर्य, डॉ. रामप्रसाद सिंह तथा अधिवक्‍ता मदन मोहन यादव जी का सम्‍मान किया गया ।

 हिन्‍दू जनजागृति समिति के राष्‍ट्रीय मार्गदर्शक सद़्‍गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले जी ने अधिवेशन के बीज वक्‍तव्‍य में आवाहन किया कि ‘‘अनुच्‍छेद 370 हटने के उपरान्‍त भी कश्‍मीर में टार्गेट किलिंग नही रुका है । पुनः घाटी से कश्‍मिरी हिंदू पलायन कर रहे है । कश्‍मीर के पश्‍चात अब गुजरात, देहली, मध्‍यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के हिन्‍दू समाज को भी अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ’ के बोर्ड लगाने पड रहे हैं । ऐसी स्‍थिति हिन्‍दू समाज के अस्‍तित्‍व की रक्षा के लिए हिन्‍दू राष्‍ट्र का आंदोलन प्रखर बनाए ।’’

 

 अधिवेशन में नेपाल के व्‍यासाचार्य किशोर गौतमजी मार्गदर्शन करते हुए कहा कि ‘‘आज की स्‍थिति में विश्‍व में एक भी हिन्‍दू राष्‍ट्र पृथ्‍वीपर नही । नेपाल में ईसाइयत तीव्रता से फैल रही है । आनेवाले काल में मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश जैसा नेपाल एक ईसाई राज्‍य बनेगा । इस षड्‍यंत्र को रोकने हेतु भारत और नेपाल में संयुक्‍त प्रयास होने की आवश्‍यकता है ।’’

 अधिवेशन के उदघाटन सत्र में भारत सेवाश्रम संघ के स्‍वामी ब्रह्मयानंद जी और योगीराज पीठाधीश्‍वर राजकुमार जी महाराज जी के मार्गदर्शन हुए । हिन्‍दू जनजागृति समिति आयोजित इस अधिवेशन का प्रारंभ उपस्‍थित संतों के करकमलोंद्वारा किया गया । अधिवेशन के उद़्‍घाटन सत्र में ‘सनातन पंचांग 2023’ की हिंदी एन्‍ड्रॉइड अ‍ॅप का लोकार्पण किया गया है । 


भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र  बनाए के लिए भी कीगयी चर्चा चर्चा

वाराणसी। भारत और नेपाल को संवैधानिक दृष्‍टि से हिन्‍दू राष्‍ट्र बनाने की योजना बनाने के लिए शनिवार को सारनाथ आशापुर के तनिष्‍क बैंक्‍वेट सभागृह में हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन  प्रारंभ हुआ । हिन्‍दू जनजागृति समिति के धर्म प्रचारक सद़्‍गुरु नीलेश सिंगबाळ  ने बताया कि ‘‘ज्ञानव्‍यापी क्षेत्र की मुक्‍ति के लिए चल रहे कानून संघर्ष को उत्तरप्रदेश, बिहार, उडिशा, दिल्ली आदि राज्‍यों तथा नेपाल, अमेरिका से 100 से अधिक संगठनों ने समर्थन देकर काशी-विश्‍वनाथ की सेवा करने का संकल्‍प किया है । हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन के द्वारा काशी विश्‍वनाथ मंदिर स्‍थित श्रृंगार गौरी की पूजा की अनुमति मिलने के लिए कानूनी संघर्ष कर रही महिला याचिकाकर्त्ता तथा डॉ. सोहनलाल आर्य, डॉ. रामप्रसाद सिंह तथा अधिवक्‍ता मदन मोहन यादव  का सम्‍मान किया गया । ये जानकारी  हिन्दू जन जागृति समिति के यूपी बिहार के राज्य समन्वयक विश्‍वनाथ कुलकर्णी ने दी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन के उद़्‍घाटन सत्र में ‘सनातन पंचांग 2023’ की हिंदी एन्‍ड्रॉइड अ‍ॅप का लोकार्पण किया गया।

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