बिहार: CPI (ML) की रैली के लिए पटना की सड़कें हुई 'लाल'
पटना : हाथों में पार्टी का लाल झंडा थामे और गांधी मैदान में धूल भरी जमीन पर बड़ी संख्या में CPI (ML) के सदस्य 'लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली' में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एकत्र हुए, जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को संबोधित किया।
पटना : हाथों में पार्टी का लाल झंडा थामे और गांधी मैदान में धूल भरी जमीन पर बड़ी संख्या में CPI (ML) के सदस्य 'लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली' में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एकत्र हुए, जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को संबोधित किया। यहां तक कि राजधानी की प्रमुख सड़कें भी लाल झंडों से पटी रहीं।
रैली में ऐसे ही एक प्रतिभागी रहे भुल्ला राय, जो बुधवार की रैली में शामिल होने मधुबनी से मंगलवार की रात राजधानी पहुंचे थे। 50 साल के राय एक सरकारी स्कूल में रसोइया हैं और उनका CPI (ML) से पुराना नाता है।
उन्होंने पूरी रात एक बोरे पर जमीन पर सोते हुए बिताई और अपनी पार्टी के नेताओं को सुनने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, इस उम्मीद के साथ कि उनकी छोटी-छोटी रकम सहित उनकी समस्याओं का जल्द ही समाधान हो जाएगा।
राय की ही तरह 75 वर्षीय हविद्वार अरवल से आए थे और अपने साथी साथियों के साथ जमीन पर बैठे थे। CPI (ML) के स्थानीय नेता रवीश कुमार सिंह ने कहा, ''रैली में हमारी मौजूदगी दर्ज कराने का मकसद फासीवादी सरकार को उखाड़ फेंकना है।''
मैदान में गन्ने का रस बेचने वालों और भुजा बेचने वालों की भी भरमार थी, जो भी अच्छा कारोबार कर रहे थे। झारखंड के बौंडी गांव से आई सुलोचना देवी और कल्पना देवी की भी मनरेगा में नौकरी के अवसर की कमी सहित कई शिकायतें थीं।
वरिष्ठ नेताओं के भाषण से पहले बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम के पार्टी प्रतिनिधियों ने लोक गीत और नृत्य प्रस्तुत किया।
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