सीएम योगी की 'शपथ' फिर मिट्टी में मिला अतीक

24 फरवरी 2023 की तारीख शायद ही प्रयागराज के लोग कभी भूल सके, इस दिन शहर में इतना धुआं हुआ कि पूरे शहर में सनसनी फैल गई, राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की दिनदहाड़े गोली व बम मारकर हत्या कर दी गई थी यह महज कत्ल नहीं था। सरेआम गोलियां बरसाकर 3 बेगुनाहों की नृशंस हत्या के साथ ही लड़खड़ा रहे आतंक के साम्राज्य को फिर से खड़ा करने की दुस्साहिक साजिश थी। मकसद अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को यह बताना था कि अंजाम वही होगा जो अब तक होता आया है लेकिन सामने थी योगी सरकार उसने इसे सरकार के इकबाल को सीधी चुनौती माना और फिर वह हुआ जो नजीर बन गया
इस हत्याकांड को आज 730 दिन बीत गए हैं आतंक का पर्याय बना अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अब अतीत हो चुके है, जुर्म की सल्तनत मिट्टी में मिल चुकी है और कुनबा तिनके की तरह बिखर चुका है।
हालांकि 5 लाख के इनामी पांच मोस्ट वांटेड लाख प्रयास के बाद भी अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
इसमें अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान, साबिर और अशरफ की पत्नी जैनब का नाम शामिल है
सीएम योगी ने ली थी शपथ फिर यूपी एसटीएफ ने चुन चुन कर अपराधियों को मार गिराया था
उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने माफियाओं को मिट्टी में मिलने की कसम खाई थी फिर पूरा मामला यूपी एसटीएफ को सौंप दिया गया था
एसटीएफ एक्शन में आई औऱ 27 फरवरी 2023 को पहला एनकाउंटर हो गया, धूमनगंज में एसटीएफ ने अरबाज़ को मुठभेड़ में मार गिराया इसके बाद 6 मार्च को कौंधियारा थाना क्षेत्र में उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया माफिया अतीक का बेटा असद और शूटर मोहम्मद गुलाम 13 अप्रैल 2023 को झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ में एनकाउंटर मारे गए थे वहीं मामले में आरोपी अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को पुलिस कस्टडी में अस्पताल के बाहर तीन शूटर्स ने हत्या कर दी थी इसके अलावा दिसंबर 2023 में अतीक के फाइनेंसर मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी की भी मौत हो गई
प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद नफीस बिरयानी को हार्ट अटैक आया था वह भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था
पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के बहनोई एखलाक, अधिवक्ता सौलत हनीफ खान, अधिवक्ता विजय मिश्रा, मुस्लिम छात्रावास में रहने वाले सदाकत, नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, अरशद कटरा,कैश अहमद और राकेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था
वरिष्ठ पत्रकार कलम से
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