सीएमओ ने बाल स्वास्थ्य पोषण माह का लिया जायजा

वाराणसी, 02 सितंबर 2023 - बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जनपद में 16 अगस्त से बाल स्वास्थ्य पोषण माह अभियान संचालित किया जा रहा है। शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बजरडीहा शहरी पीएचसी के अंर्तगत सुंदरपुर क्षेत्र में चल रहे शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्र का भ्रमण कर अभियान का जायजा लिया।

सीएमओ ने बाल स्वास्थ्य पोषण माह का लिया जायजा

सीएमओ ने बाल स्वास्थ्य पोषण माह का लिया जायजा

बजरडीहा शहरी पीएचसी के सुंदरपुर यूएचएसएनडी सत्र का किया भ्रमण  

नौ माह से पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को पिलाएं विटामिन ए खुराक - सीएमओ

वाराणसी, 02 सितंबर 2023 - बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जनपद में 16 अगस्त से बाल स्वास्थ्य पोषण माह अभियान संचालित किया जा रहा है। शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बजरडीहा शहरी पीएचसी के अंर्तगत सुंदरपुर क्षेत्र में चल रहे शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्र का भ्रमण कर अभियान का जायजा लिया। 


इस दौरान सीएमओ ने रमेश की साढ़े तीन वर्षीय पुत्री रुद्राक्षी को विटामिन ए की खुराक पिलाई। सीएमओ ने कहा कि जनपद के सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाई जा रही है। अभिभावकों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाएं और सभी टीके समय पर अवश्य लगवाएं। 


   सीएमओ ने बताया कि विटामिन ए एक ऐसा जरूरी विटामिन है जो शरीर खुद नहीं बना सकता है, इसलिए आहार में विटामिन-ए युक्त आहार को शामिल करना जरूरी है। यह सूक्ष्म पोषण तत्व बच्चों के विकास में मदद करता है। इससे आँख, दांत, हड्डियां और नरम ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण भी हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का कार्य करते हैं।

दिल, फेफड़ों, किडनी और अन्य अंगों के कार्य में विटामिन-ए मददगार है। संतुलित आहार की कमी या लिवर से जुड़े विकारों के कारण विटामिन-ए की कमी हो सकती है। शरीर में विटामिन की कमी होने पर हल्की थकान, रूखी त्वचा, रैशेज, रूखे बाल, बाल झड़ने, खून की कमी, धीमा विकास, गले और छाती में इन्फेक्शन, घाव न भरने जैसे संकेत मिलते हैं।


   सीएमओ ने बताया कि जनपद में लक्षित करीब 3.41 लाख नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक भी पिलायी जा रही है। इसमें नौ से 12 माह तक के 20091, एक से दो साल के 75710, दो से पाँच वर्ष के करीब 2.45 लाख बच्चे शामिल हैं। नौ से 12 माह के बच्चों को एमआर के प्रथम टीके के साथ, 16 से 24 माह के बच्चों को एमआर के दूसरे टीके के साथ, दो से पाँच वर्ष के बच्चों को छह-छह माह के अंतराल पर विटामिन ए की खुराक दी जानी है।   


   सत्र पर मौजूद एएनएम सुनीता बच्चों को विटामिन ए की खुराक के साथ आवश्यक टीके भी लगा रही थीं। इस मौके पर नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

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