सीतापुर को मुख्यमंत्री ने दी 550 करोड़ की योजनाओं की सौगात
सीतापुर, 1 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां महर्षि वेद व्यास धाम के समीप नैमिषारण्य में आयोजित स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम और जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीतापुर के विकास के लिए 550 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके अंतर्गत 91 करोड़ की 29 परियोजनाओं का लोकार्पण और 460 करोड़ की 45 परियोजनाओं का शिलान्यास सीएम के कर कमलों से संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्मयंत्री ने सभी से सीतापुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि जितने भी स्वच्छताग्राही हैं इनको न्यूनतम वेतन की गारंटी सरकार देगी। इसके लिए कमेटी गठित की गई है, उसकी रिपोर्ट को सरकार लागू करेगी।
सीतापुर को मुख्यमंत्री ने दी 550 करोड़ की योजनाओं की सौगात
- मुख्यमंत्री ने सीतापुर में स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम और जनसभा को किया संबोधित
- 91 करोड़ की 29 परियोजनाओं का लोकार्पण, 460 करोड़ की 45 परियोजनाओं का शिलान्यास
- सीतापुर की जनता से सीएम की अपील, ऋषि मुनियों की तपोभूमि में स्वच्छता को बनाना होगा जनांदोलन
- बोले मुख्यमंत्री- स्वच्छता के कारण बीते वर्षों में कई बीमारियों का प्रकोप हुआ है न्यूनतम
सीतापुर, 1 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां महर्षि वेद व्यास धाम के समीप नैमिषारण्य में आयोजित स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम और जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीतापुर के विकास के लिए 550 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके अंतर्गत 91 करोड़ की 29 परियोजनाओं का लोकार्पण और 460 करोड़ की 45 परियोजनाओं का शिलान्यास सीएम के कर कमलों से संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्मयंत्री ने सभी से सीतापुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि जितने भी स्वच्छताग्राही हैं इनको न्यूनतम वेतन की गारंटी सरकार देगी। इसके लिए कमेटी गठित की गई है, उसकी रिपोर्ट को सरकार लागू करेगी।
आजादी के बाद से इस पवित्र भूमि की उपेक्षा की गई
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तीर्थ की महिमा का गान संत तुलसीदास जी ने श्रीरामचरित मानस में किया है, वहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आसुरी शक्तियों के खिलाफ महर्षि दधीचि के त्याग और बलिदान की इस भूमि पर सूत जी ने शौनक आदि 88 हजार ऋषि-मुनियों को पुराण की कथा सुनाकर, भारत की ज्ञान परंपरा को धरोहर के रूप में आने वाली पीढ़ी को देने के लिए लिपिबद्ध करने के कार्य को आगे बढ़ाया था। मगर आजादी के बाद से इस पवित्र भूमि की उपेक्षा ही की गई। महर्षि वेद व्यास का आश्रम हो या यहां के अन्य पवित्र तीर्थों की सदैव उपेक्षा की गई। यहां जैसा विकास होना चाहिए था वो नहीं हुआ। मगर आज डबल इंजन की सरकार नैमिष तीर्थ के विकास के लिए महा अभियान चला रही है। नैमिष तीर्थ के साथ साथ सीतापुर के लिए साढ़े पांच सौ करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत हो रही है।
बीमारियां समाप्ति की ओर जा रही हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा नैमिष तीर्थ चमक रहा है। हमें अपने तीर्थों को पर्व और त्योहारों के समय में ही नहीं बल्कि सामान्य समय में भी स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना होगा। महात्मा गांधी को समर्पित स्वच्छ भारत अभियान के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता के भाव को घर घर पहुंचाकर जन आंदोलन बना दिया है। पहले इस मौसम में अनेक प्रकार की बीमारी होती थी। मलेरिया, हैजा, डायरिया, चिकनगुनिया, इंसेफलाइटिस का प्रकोप होता था। जब से स्वच्छता एक जनआंदोलन बना है तब से मलेरिया हो या फाइलेरिया, डेंगू हो या चिकनगुनिया, सभी बीमारियां समाप्ति की ओर जा रही हैं।
बिना भेद भाव के मिल रहा योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने सीतापुर में बिना किसी भेदभाव के शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का विशेष तौर पर उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज कोई भी नहीं कह सकता कि उसे कोई पूछने वाला नहीं है। हर स्तर पर सहयोग के लिए डबल इंजन की सरकार तैयार है। उन्होंने बताया कि सीतापुर में पीएम आवास में 2,34,800 से अधिक परिवारों को एक एक मकान देने का कार्य हुआ है। इसके अलावा 7,16,500 से अधिक परिवारों को शौचालय, 2,17,000 परिवारों को हर घर नल का कनेक्शन, उज्ज्वला योजना के जरिए 5,78,900 से अधिक फ्री रसोई गैस कनेक्शन, 55,000 बेटियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इसी प्रकार फ्री विद्युत कनेक्शन, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, स्वनिधि योजना, कौशल विकास योजना, मृदा हेल्थ कार्ड सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों की चर्चा करते हुए कहा कि ये सभी योजनाएं आज बिना भेदभाव के प्रदान की जा रही हैं।
कृतेच प्रति कर्तव्यम्, ऐश धर्म सनातनः
उन्होंने व्यापारियों, पुजारियों, पंडे, माली, स्वच्छता कर्मी को आश्वस्त किया कि डबल इंजन की सरकार सबके पुनर्वास की व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि जिस दिन ये जनपद के विकास की योजनाएं प्रभावी ढंग से मूर्तरूप लेंगी सबकी आमदनी कई गुना बढ़ जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी से नैमिष तीर्थ की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ''कृतेच प्रति कर्तव्यम्, ऐश धर्म सनातनः'' अर्थात् सनातन धर्म वही है, जिसमें हम अपने प्रति किये गये कार्यों को लेकर कृतज्ञता ज्ञापित करें। यह समय पितृपक्षा का है, ऐसे में हमें अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए। पितरों और देवी देवताओं को स्वच्छता प्रिय होती है। हमें नदियों, तीर्थों, मठ, मंदिरों, सड़क, स्कूल, अस्पताल, पार्क आदि सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखते हुए पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहिए।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार में मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सुरेश राही, सांसद राजेश वर्मा, बीजेपी क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा, सहित विधायक, विधानपरिषद् सदस्य, पूर्व विधायक एवं बीजेपी के पदाधिकारीगण विशेष रूप से मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने की विकास कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने इसके उपरांत अधिकारियों के साथ नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद् के अंतर्गत गतिमान परियोजनाओं और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नैमिषारण्य धाम एवं उसके समीप पर्यटक स्थलों के जीर्णोद्धार, नवनिर्माण तथा सुंदरीकरण की परियोजनाओं की समीक्षा की।
उन्होंने हर परियोजना के लिए समय-सीमा निर्धारित करते हुए उसे गुणवत्ता के साथ समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने चक्रतीर्थ, मां ललिता देवी मंदिर, व्यास गद्दी, सूत गद्दी आदि प्रमुख स्थलों की व्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली और जरूरी दिशा निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के बाद नैमिषधाम में देश-दुनिया से पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आगमन तेजी से बढ़ेगा। पर्यटन मानचित्र पर जनपद सीतापुर प्रमुखता से अंकित होगा।
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