छत्तीसगढ़: विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का बड़ा फैसला, भूपेश बघेल ने कैबिनेट में किया फेरबदल

चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार (14 जुलाई) को कैबिनेट में फेरबदल हुआ। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को मंत्री बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है।

छत्तीसगढ़: विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का बड़ा फैसला, भूपेश बघेल ने कैबिनेट में किया फेरबदल

चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार (14 जुलाई) को कैबिनेट में फेरबदल हुआ। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को मंत्री बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है।

एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव को एक और विभाग - ऊर्जा - सौंपा गया है, साथ ही उनके पास सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, 20 सूत्री कार्यान्वयन और वाणिज्यिक कर (जीएसटी) पहले से ही थे। पहले ऊर्जा विभाग मुख्यमंत्री बघेल के पास था।

मरकाम को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक विकास विभाग सौंपा गया है, जो पहले प्रेमसाय सिंह टेकाम के पास था, जिन्होंने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया था।

टेकाम के पास मौजूद दो अन्य विभाग - स्कूल शिक्षा और सहकारिता - रवींद्र चौबे को आवंटित किए गए हैं, जिनके पास पंचायत और ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य, पशुपालन, मत्स्य पालन, जल संसाधन और एनीकट विभाग भी बने रहेंगे। कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग जो पहले चौबे के पास थे, उन्हें मंत्री ताम्रध्वज साहू को दिया गया है।

साहू गृह, जेल, लोक निर्माण विभाग और पर्यटन के अपने मौजूदा विभागों को जारी रखेंगे। इससे पहले दिन में कोंडागांव से विधायक मरकाम (56) ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। मरकाम को बुधवार को पार्टी के बस्तर सांसद दीपक बैज से बदल दिया गया। संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल की सदस्य संख्या मुख्यमंत्री सहित 13 से अधिक नहीं हो सकती।

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