सचित्र पुस्तक "काशी के अघोरी" के कवर पेज का लोकार्पण
वाराणसी को भगवान शिव के प्रिय सावन मास में महाश्मशान नाथ मणिकर्णिका घाट में होने वाले उत्सव चिता भस्म की होली व चैत्र नवरात्रि में होने वाले नगर वधुओं के नित्यांजलि आयोजन जो अब विश्व प्रसिद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है,के संकलन,संवर्धन, व जन मानस में उपरोक्त उत्सव के तथ्यों को अवगत कराने के उद्देश्य से बाबा महाश्मशान नाथ मंदिर के व्यवस्थापक गुलशन कपूर के द्वारा एक काफी टेबल बुक की रचना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
सचित्र पुस्तक "काशी के अघोरी" के कवर पेज का लोकार्पण
वाराणसी, आज दिनांक ७-८-२२ को भगवान शिव के प्रिय सावन मास में महाश्मशान नाथ मणिकर्णिका घाट में होने वाले उत्सव चिता भस्म की होली व चैत्र नवरात्रि में होने वाले नगर वधुओं के नित्यांजलि आयोजन जो अब विश्व प्रसिद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है,के संकलन,संवर्धन, व जन मानस में उपरोक्त उत्सव के तथ्यों को अवगत कराने के उद्देश्य से बाबा महाश्मशान नाथ मंदिर के व्यवस्थापक गुलशन कपूर के द्वारा एक काफी टेबल बुक की रचना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जिसमें वाराणसी के प्रसिद्ध छायाकार (फोटोग्राफर) श्री मनीष खत्री जी के छायाचित्रों का अद्भुत,अद्वितीय दुर्लभ संकलन के माध्यम से जीवंत करने का प्रयास है।
इसी क्रम में आज वाराणसी, काशी को आत्मशांत कर सदैव अपने हृदय में बसाने वाले सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी श्री नितिन रमेश गोकर्ण (प्रमुख सचिव, आवास उ.प्र.) द्वारा उपरोक्त सचित्र पुस्तक काशी के अधोरी के कवर पेज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि काशी की उत्सव धर्मिता जग प्रसिद्ध है। यहां मृत्यु भी एक उत्सव माना जाता है। इस पक्ष को खुबसूरती से प्रस्तुत किया जा रहा है इसके लिए हमारी अग्रिम शुभकामनाएँ है।
इस पुस्तक के रचयिता गुलशन कपूर ने बताया कि विश्व के एकमात्र चौबीस घंटे जागृत महाश्मशान में मनाए जाने वाले अनूठे उत्सवों को संजोए यह विशेष पुस्तक एक मील का पत्थर साबित होगी और लोगों को इन उत्सवों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
छायाकार मनीष खत्री ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि शब्द–चित्रों द्वारा गुथे गए मणिकर्णिका घाट के यह अद्भुत प्रसंग लोगों को विस्मृत कर देंगे। इस अवसर पर वीसी वीडीए सुश्री ईशा दुहन, सचिव वीडीए/विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील वर्मा,वरिष्ठ पत्रकार श्री हृदय नारायण पांडेय, प्रमुख समाजसेवी श्री आर.सी.जैन,शिल्पकार श्री अरुण सिंह, सचिव क्यूरिटिका श्री योगेश अग्रवाल,महाकाली मंदिर के महंतश्री अश्विनी पांडेय, प.श्री विजय शंकर पांडेय, विपिन मिश्र, सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
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