मुख्यमंत्री की मंशानुरूप डीडीयू बना डेंगू समर्पित अस्पताल

वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप एवं जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के निर्देशानुसार डेंगू रोगियों के इलाज के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पांडेयपुर को समर्पित (डेडीकेटेड) चिकित्सालय चिन्हित किया गया है । इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी ।

मुख्यमंत्री की मंशानुरूप डीडीयू बना डेंगू समर्पित अस्पताल

मुख्यमंत्री की मंशानुरूप डीडीयू बना डेंगू समर्पित अस्पताल

डेंगू मरीजों के लिए अस्पताल में 100 बेड आरक्षित

चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में मौजूद हों दवाओं की सुविधा

ब्लड बैंक और जांच प्रयोगशाला रहे सक्रिय व व्यवस्थित

      वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप एवं जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के निर्देशानुसार डेंगू रोगियों के इलाज के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पांडेयपुर को समर्पित (डेडीकेटेड) चिकित्सालय चिन्हित किया गया है । इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी ।
    उन्होंने बताया कि डेंगू मरीजों के इलाज के लिए जनपद में अब तक 272 बेड विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में आरक्षित किए गए हैं जिसमें से पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में 100 बेड, कबीरचौर स्थित एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय में 50 बेड, रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री जिला चिकित्सालय में 50 बेड, 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 60 बेड तथा छह ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में  2 - 2 बेड आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि डेंगू समर्पित चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में औषधियां, ओआरएस तथा आई बी फ़्लूड्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। चिकित्सालय में सामान्यतः  सम्पादित होने वाली गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहेंगी यदि जनपद के अन्य चिकित्सालयों में उपलब्ध डेंगू बेड्स के भरने के उपरांत डेंगू समर्पित अस्पताल में डेंगू के मरीज भर्ती किए जाएं, उस स्थिति में डेंगू रोग का प्रबंधन यहां प्राथमिकता होगी। प्रबंधन के लिए इसका लिंकेज जनपद स्तरीय ब्लड बैंक से (प्लेटलेट्स की उपलब्धता के लिए) तथा डेंगू प्रयोगशाला (जाँचों हेतु) से भी अनिवार्य रूप से किया जाए। इस प्रकार व्यवस्था की जाए के डेंगू के मरीज भर्ती होने की स्थिति में चिकित्सालय से रक्त के नमूने एक सहज प्रक्रिया के रूप में संबंधित लिंक्ड प्रयोगशाला को दैनिक रूप से प्रेषित किए जाएं।


सीएमओ ने बताया कि पूर्व में काशी इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर (केआईसीसीसी) की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर 0542-2720005 जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर के नंबर 8700481231, एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय के नंबर 7460850285 और आईएमएस बीएचयू के टेली मेडिसिन सेवा के नंबर
 9450533348 पर संपर्क किया जा सकता है । इस नंबर के जरिए डेंगू एवं वायरल बुखार संबंधी उपचार के बारे में चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त किया जा सकता है ।काशी इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर  की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 0542-2720005 पर संपर्क कर चिकित्सालय में भर्ती होने की प्रक्रिया की भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।


सीएमओ ने बताया कि डेंगू वाहक मच्छरों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 110 सर्विलान्स टीमों का गठन किया है, जिसमें शहर के लिए 42 और ग्रामीण के लिए 68 टीमें तैयार की गईं हैं । यह टीमें डेंगू प्रभावित क्षेत्रों (हॉट स्पॉट) में घर-घर जाकर फीवर ट्रैकिंग एवं लार्वा स्रोत विनष्टीकरण का कार्य कर रही है। जिन घरों में मच्छरों का लार्वा पाया जाएगा

वहाँ विनष्टिकरण के साथ-साथ जनमानस को जागरूक करने का कार्य कर रही है। वहीं कई दिनों से घरों या आसपास पानी जमा में मच्छरों का लार्वा पाया जाता है और उसका निस्तारण नहीं किया गया हो तो ऐसी स्थिति में घर के मुखिया के खिलाफ नोटिस जारी किया जा रहा है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एस एस कनौजिया ने बताया कि वर्तमान में जनपद के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 61 मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। डीडीयू में 20, एसएसपीजी में 15, एलबीएस में 6, बीएचयू में 12 एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 8 मरीज भर्ती हैं। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि घर या आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें, साफ-सफाई और स्वच्छता का खास ख्याल रखें । डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया सहित वायरल फीवर से बचाव के लिए सभी सावधानियों का विशेष ध्यान रखें ।  

 
जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडे ने बताया कि जनपद के सभी हॉट स्पॉट क्षेत्रों में नगर निगम और पंचायत राज विभाग के सहयोग से सभी निरोधात्मक कार्यवाई की जा रही हैं । जनपद में इस साल अब तक 320 मरीज पाए जा चुके हैं इसमें शहर में 238 और ग्रामीण में 82 मरीज शामिल हैं । यह सभी मरीज स्वस्थ और सामान्य स्थिति में हैं।

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