दिल्ली में यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कई इलाके जलमग्न हुए
उत्तर भारत में बारिश ने कहर बरपाया है, सभी नदियों में बाढ़ के हालात देखने को मिले है, ईस बीच दिल्ही की हालत और भी खराब है।
उत्तर भारत में बारिश ने कहर बरपाया है, सभी नदियों में बाढ़ के हालात देखने को मिले है, ईस बीच दिल्ही की हालत और भी खराब है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। आईटीओ, कश्मीरी गेट, मयूर विहार समेत अन्य इलाके अभी भी इसकी चपेट में हैं। हालांकि रविवार को पानी काफी घट गया था, लेकिन सोमवार को दिल्ली में हुई बारिश से पानी एक बार फिर बढ़ने लगा। उत्तर भारत में पिछले 15 दिनों में बारिश से हुई तबाही के निशान अभी भी मौजूद हैं। हिमाचल प्रदेश से लेकर उत्तराखंड और नई दिल्ली तक कहीं जलजमाव ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है तो कहीं बाढ़ आफत बन गई है।
दिल्ली में सोमवार को भी यमुना का जलस्तर बढ़ता रहा, वहीं सोमवार को ही हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बादल फट गया, जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई। रविवार को उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिससे कुछ स्थानों पर भूस्खलन हुआ। जिसके चलते गंगा नदी में भी पानी का बहाव बढ रहा है। बांध से पानी छोड़े जाने के कारण हरिद्वार में भी जलस्तर बढ़ने लगा है। अलकनंदा नदी पर बने बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे तिहरी क्षेत्र में गंगा का स्तर 339.60 हो गया है, जो खतरे के निशान से 0.10 मीटर ऊपर है।
लगातार बारिश के कारण हरिद्वार जिले के 70 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। उत्तराखंड में हरिद्वार के अलावा पिथौरागढ़, रूड़की, भगवानपुर, लक्सर जैसे इलाके भी बाढ़ की चपेट में हैं। कई परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। गंगा में पानी बढ़ने का असर सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं बल्कि यूपी में भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली में यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। आईटीओ, कश्मीरी गेट, मयूर विहार समेत अन्य इलाके अभी भी इसके कब्जे में हैं। हालांकि रविवार को पानी काफी घट गया था, लेकिन सोमवार को दिल्ली में हुई बारिश से पानी एक बार फिर बढ़ने लगा।
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