मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए मंडलीय अपर निदेशक ने किया नगरीय क्षेत्रों का भ्रमण
वाराणसी, 14 सितंबर 2023 – अपर निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) वाराणसी मण्डल डॉ मंजुला सिंह ने मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए बृहस्पतिवार को नगरीय क्षेत्रों का भ्रमण किया। मंडलीय एण्टोमोलाजिकल टीम के प्रभारी डॉ अमित कुमार सिंह, वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन परशुराम गिरि, कीट संग्रह कर्मी संजीत कुमार एवं जनपदीय टीम सेक्टर प्रथम के प्रभारी अजय कुमार मिश्रा, डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) भ्रमण के दौरान उनके साथ रहे। उन्होंने मुख्य रूप से नगरीय क्षेत्र वल्यधाम कॉलोनी एवं गायत्री नगर का भ्रमण किया गया।
मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए मंडलीय अपर निदेशक ने किया नगरीय क्षेत्रों का भ्रमण
टीम के साथ घर-घर खोजे लार्वा प्रजनन स्रोत, छिड़काव व स्रोत विनष्टीकरण कराया
अपर निदेशक ने की अपील – घर व आसपास रखें साफ-सफाई, न होने दें जलजमाव
वाराणसी, 14 सितंबर 2023 –
अपर निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) वाराणसी मण्डल डॉ मंजुला सिंह ने मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए बृहस्पतिवार को नगरीय क्षेत्रों का भ्रमण किया। मंडलीय एण्टोमोलाजिकल टीम के प्रभारी डॉ अमित कुमार सिंह, वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन परशुराम गिरि, कीट संग्रह कर्मी संजीत कुमार एवं जनपदीय टीम सेक्टर प्रथम के प्रभारी अजय कुमार मिश्रा, डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) भ्रमण के दौरान उनके साथ रहे। उन्होंने मुख्य रूप से नगरीय क्षेत्र वल्यधाम कॉलोनी एवं गायत्री नगर का भ्रमण किया गया।
इस दौरान केवल्यधाम कॉलोनी में खाली पड़े कई प्लॉट में कूड़ा भरा हुआ मिला। यहाँ लगभग 55 घरों में भ्रमण किया गया। वैभव हॉस्पिटल के पास पशुओं के पानी पीने वाले पात्र में लार्वा (एडीज) मिला, जिसे साफ कराया गया। टीम ने जन जागरूकता एवं डेंगू व अन्य मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के बारे में लोगों को जानकारी दी । डीबीसी टीम द्वारा एंटी लार्वा छिड़काव एवं स्रोत विनष्टीकरण का कार्य कराया गया। गायत्री नगर में टीम भ्रमण के दौरान कुछ घरों में क्यूलेक्स मच्छर का लार्वा मिला, जिसे बाद में साफ़ कराया गया। यहाँ सीवर लेन न होने के कारण कई स्थानों पर जल जमाव एवं कचरा गंदगी भी मिली । इस क्षेत्र में कुल 15 घरों का भ्रमण किया गया। इस दौरान जन जागरूकता के साथ एंटी लार्वा छिड़काव भी कराया गया।
अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने जनपद वासियों से अपील की है कि संचारी रोगों से बचाव के लिए पूरे वर्ष अभियान चलना चाहिए। सभी अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें, झाड़ियां न उगने दें, जलजमाव न की स्थिति पैदा होने दें, रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल या लार्वा रोधी रसायन डालें, कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें,
पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, कोई भी बुखार का लक्षण दिखे तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच एवं इलाज़ कराएं। झोलाछाप डॉक्टर से बचें। बाहर के दूषित भोजन पानी का सेवन न करें। उन्होंने ‘हर रविवार मच्छर पर वार, खत्म करेंगे डेंगू, मलेरिया बुखार’ का संदेश दिया।
डॉ अमित ने बताया कि सभी घरेलू प्रजनन जांचकर्ता (डीबीसी) घर या बाहर इधर-उधर जमा पानी के स्रोतों पर मच्छरों के लार्वा की जांच कर रहे हैं। लार्वा प्रजनन स्रोत पाये जाने पर उनका विनष्टीकरण भी किया जा रहा है। कूलर, टायर, टंकी आदि जगहों पर एक सप्ताह से अधिक जमा पानी को खाली करा रहे हैं
और साफ-सफाई के लिए जानकारी दे रहे हैं। साथ ही प्रचार-प्रसार सामग्री की सहायता से समुदाय को संचारी रोगों से बचाव के लिए ‘क्या करें-क्या न करें’ और ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ के प्रति जागरूक कर रहे हैं। मलेरिया निरीक्षकों, स्वास्थ्यकर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं की ओर से जनमानस को जागरूक किया जा रहा है।
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