ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री पोनमुडी और उनके बेटे के आवासों पर छापा मार कर 82 लाख रुपये नकद, आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को तमिलनाडु के मंत्री के पोनमुडी और उनके सांसद बेटे के आवासों और संपत्तियों पर तलाशी ली। जांच एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान उन्होंने आपत्तिजनक दस्तावेज और 81.7 लाख रुपये की "अस्पष्टीकृत नकदी" और लगभग 13 लाख रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा (स्टर्लिंग पाउंड में) जब्त की। इसके अलावा 41.9 करोड़ रुपये की सावधि जमा (एफडी) को फ्रीज कर दिया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को तमिलनाडु के मंत्री के पोनमुडी और उनके सांसद बेटे के आवासों और संपत्तियों पर तलाशी ली। जांच एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के दौरान उन्होंने आपत्तिजनक दस्तावेज और 81.7 लाख रुपये की "अस्पष्टीकृत नकदी" और लगभग 13 लाख रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा (स्टर्लिंग पाउंड में) जब्त की। इसके अलावा 41.9 करोड़ रुपये की सावधि जमा (एफडी) को फ्रीज कर दिया गया है।
ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत पोनमुडी और उनके बेटे, गौतम सिगमणि, जो लोकसभा सांसद हैं, उनके सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को आरोप लगाया कि द्रमुक नेता और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी ने अपने सांसद बेटे, रिश्तेदारों और कुछ 'बेनामी' धारकों को "अवैध" लाल रेत खनन लाइसेंस जारी किए और इससे बड़ी मात्रा में "हवाला" धन उत्पन्न हुआ। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, खनन व्यवसाय के धन का इस्तेमाल विदेशों में कंपनियों को खरीदने के लिए किया गया था।
जांच सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) द्वारा 2012 में मंत्री के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले के संबंध में यह जांच कि जा रही है, जब वह 2007 और 2011 के बीच खान और खनिज संसाधन मंत्री थे। ईडी ने दावा किया कि, “अवैध खनन से प्राप्त धन को कई लेनदेन और खातों के माध्यम से जमा किया गया था।”
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