खबर का असर, स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत आवंटित दुकानदारो की बिजली हुई बहाल
वाराणसी। विद्युत विभाग द्वारा जिले मे एकमुस्त समाधान योजना चलाई जा रही है वहीं दूसरी ओर नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत आवंटित दुकानदारो को दी गयी विद्युत कनेक्शन को बुधवार की रात बकाया के अभाव में विद्युत विभाग ने काट दिया था। कैंट रेलवे स्टेशन से लगायत लहरतारा तक स्मार्ट सीटी के तहत आवंटित दुकानदार अंधकार में जीविकोपार्जन करने के लिए मजबूर थे। जिससे क्षेत्रीय दुकानदारो में जबरदस्त रोष व्याप्त था।
खबर का असर, स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत आवंटित दुकानदारो की बिजली हुई बहाल
वाराणसी। विद्युत विभाग द्वारा जिले मे एकमुस्त समाधान योजना चलाई जा रही है वहीं दूसरी ओर नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत आवंटित दुकानदारो को दी गयी विद्युत कनेक्शन को बुधवार की रात बकाया के अभाव में विद्युत विभाग ने काट दिया था। कैंट रेलवे स्टेशन से लगायत लहरतारा तक स्मार्ट सीटी के तहत आवंटित दुकानदार अंधकार में जीविकोपार्जन करने के लिए मजबूर थे। जिससे क्षेत्रीय दुकानदारो में जबरदस्त रोष व्याप्त था।
नगर निगम ने कैंट रेलवे स्टेशन के आसपास अंधरापुल से लहरतारा तक नाईट मार्केट बनाया गया है। जिसके रखरखाव की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी को दी गयी है।
स्मार्ट सिटी के दुकानदारो का आरोप था कि विद्युत विभाग स्मार्ट सीटी के तहत आवंटित दुकानदारो के साथ भेदभाव कर रही है। कुछ पिलरो की बिजली काट दी गयी है और कुछ पिलरो की बिजली जल रही है। स्मार्ट सीटी के तहत नगर निगम ने दुकाने आवंटित करते समय बिजली सुविधाएं दिया है। उस सुविधा से विद्युत विभाग ने मनमाने तौर पर वंचित कर दुकानदारो पर अनावश्यक दबाव बनाया था।
दुकानदारों का आरोप था कि स्मार्ट सीटी के तहत नगरनिगम ने दुकानदारों से मोटी रकम वसूल कर दुकानो का आवंटन किया है और उनके द्वारा बिजली सुविधा भी प्रदान की गयी है, जिसमे विद्युत विभाग को हस्तक्षेप करने का अधिकार हासिल नही है परन्तु विद्युत विभाग ने मनमाना तौर पर अनावश्यक यातनाएं देने के लिए दुकानदारो की बिजली काट दी थी। जिससे दर्जनों दुकानें अंधकारमय हो गयी थी। विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि नगरनिगम पर करोड़ों रूपए का विद्युत बिल बकाया है जिसका समय से भुगतान न होने पर विद्युत काट दिया गया था। जिसे पुन: बहाल कर दिया गया है।
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