शासन की "सहकार से समृद्धि योजना" के अंतर्गत जनपद में कार्यरत सहकारी समितियों में व्यापक परिवर्तन हो रहा है
वाराणसी। उत्तर प्रदेश शासन के सहकारिता विभाग द्वारा संचालित "सहकार से समृद्धि योजना" के अंतर्गत जनपद वाराणसी में कार्यरत सहकारी समितियों में व्यापक परिवर्तन हो रहा है। साधन सहकारी समिति लिमिटेड के नाम एवं उद्देश्यों में परिवर्तन कर उन्हें बहुद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी०पैक्स) कर दिया गया है। समिति के उपविधि में व्यापक परिवर्तन कर उनके कार्य में फेरबदल किया गया है।
bशासन की "सहकार से समृद्धि योजना" के अंतर्गत जनपद में कार्यरत सहकारी समितियों में व्यापक परिवर्तन हो रहा है
कृषकों की अल्पकालीन जरूरत को पूर्ण करने हेतु तीन प्रतिशत पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है-सीडीओ
इफको एवं कृभको के गुणवत्तापूर्ण उर्वरक तथा कृषि रक्षा रसायन एवं बीज उचित मूल्य पर प्रदान किया जा रहा है-हिमांशु नागपाल
समितियां द्वारा 'कॉमन सर्विस सेंटर' के रूप में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है
कृषक भाई सहकारिता के क्षेत्र में हो रहे मूलभूत परिवर्तन का लाभ उठाने के लिए सहकारी समितियों का सदस्य बने-जिलाधिकारी
जिससे सहकारी समितियां द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके-एस. राजलिंगम
वाराणसी। उत्तर प्रदेश शासन के सहकारिता विभाग द्वारा संचालित "सहकार से समृद्धि योजना" के अंतर्गत जनपद वाराणसी में कार्यरत सहकारी समितियों में व्यापक परिवर्तन हो रहा है। साधन सहकारी समिति लिमिटेड के नाम एवं उद्देश्यों में परिवर्तन कर उन्हें बहुद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी०पैक्स) कर दिया गया है। समिति के उपविधि में व्यापक परिवर्तन कर उनके कार्य में फेरबदल किया गया है।
उक्त जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी हेमंत नागपाल ने बताया कि समितियों द्वारा कृषकों की अल्पकालीन जरूरत को पूर्ण करने हेतु तीन प्रतिशत पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। समितियों द्वारा इफको एवं कृभको के गुणवत्तापूर्ण उर्वरक तथा कृषि रक्षा रसायन एवं बीज उचित मूल्य पर प्रदान किया जा रहा है। सहकारी समितियों द्वारा मूल्य समर्थन योजना के तहत धान एवं गेहूं क्रय केंद्रों का संचालन विगत कई वर्षों से किया जा रहा है। समितियां द्वारा कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसमें कृषको शासकीय योजनाओं का लाभ प्राप्त होगा। वर्तमान में जनपद में 4 “जन औषधि केंद्र” समितियां के माध्यम से चलने हेतु स्वीकृति प्राप्त हो गई है। जिसके अंतर्गत सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार हेतु अत्यधिक उपयोगी योगदान देंगी। विश्व की सबसे बड़ी भंडारण योजना को विकसित करने के लिए सहकारी समितियों के गोदाम डब्लू डी आर ए में पंजीकृत कराए जा रहे हैं जिसके उपरांत कृषकों को अपनी उपज के रखरखाव में आने वाली समस्याओं से निदान मिल जाएगा। सहकारी समितियां अपने क्षेत्र में कार्य करने वाली एफपीओ से अनुबंध कर कामकाज को सुगम बनाने एवं सुगमता से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने कृषक भाईयों से अपील कि सहकारिता के क्षेत्र में हो रहे मूलभूत परिवर्तन का लाभ उठाने के लिए सहकारी समितियों का सदस्य बने, जिससे सरकारी समितियां द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके।
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