एफपीओ ने 2700 किलो हल्दी व फल का किया निर्यात

वाराणसी, 5 मार्चः हाल ही में दुबई टूर से लौटे पूर्वांचल के एफपीओ ने हफ्ते भर के अंदर ही निर्यात करना शुरू कर दिया है। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) द्वारा संयुक्त अरब अमीरात को कच्ची हल्दी के आर्डर की पहली खेप मंगलवार को वाराणसी से रवाना की गई। डबल इंजन की सरकार की नीतियों व एपीडा के प्रयासों से काशी कृषि उत्पादों के निर्यात हब बनता जा रहा है। अब बिहार के उत्पाद भी अब वाराणसी से विदेश भेजे जाएंगे। इसकी पहली खेप मंगलवार को वाराणसी से संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना की गई। एपीडा ने कमिश्नर सभागार में क्षमता संवर्धन एवं एक्सपोजर विजिट (U.A.E.) से लौटने वाले एफपीओ के अनुभव को बताने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एफपीओ ने अपने अनुभवों को किसान भाइयों से साझा किया। इस कार्यक्रम में एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव वर्चुअली जुड़े, जबकि मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा आयोजन स्थल पर मौजूद रहे।

एफपीओ ने 2700 किलो हल्दी व फल का किया निर्यात

एफपीओ ने 2700 किलो हल्दी व फल का किया निर्यात

काशी से पहली बार चुनार की कच्ची हल्दी और बिहार का फ्रेश फ़ूड दुबई हुआ निर्यात, एपीडा चेयरमैन और मंडलायुक्त ने दिखाई झंडी

डबल इंजन की सरकार की नीतियों व एपीडा के प्रयासों से उत्तर भारत का कृषि उत्पादों के निर्यात हब बनता जा रहा है काशी 

क्षमता संवर्धन एवं एक्सपोजर विजिट यूएई से लौटने वाले एफपीओ ने साझा किए अनुभव


निर्यात बढ़ाने को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तथा एयरपोर्ट पर भी सुविधाओं को बढ़ाया गया है कमिश्नर 


किसानों के हित के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्धः चेयरमैन एपीडा


वाराणसी, 5 मार्चः हाल ही में दुबई टूर से लौटे पूर्वांचल के एफपीओ ने हफ्ते भर के अंदर ही निर्यात करना शुरू कर दिया है। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) द्वारा संयुक्त अरब अमीरात को कच्ची हल्दी के आर्डर की पहली खेप मंगलवार को वाराणसी से रवाना की गई। डबल इंजन की सरकार की नीतियों व एपीडा के प्रयासों से काशी कृषि उत्पादों के निर्यात हब बनता जा रहा है। अब बिहार के उत्पाद भी अब वाराणसी से विदेश भेजे जाएंगे। इसकी पहली खेप मंगलवार को वाराणसी से संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना की गई। एपीडा ने कमिश्नर सभागार में क्षमता संवर्धन एवं एक्सपोजर विजिट (U.A.E.) से लौटने वाले एफपीओ के अनुभव को बताने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एफपीओ ने अपने अनुभवों को किसान भाइयों से साझा किया। इस कार्यक्रम में एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव वर्चुअली जुड़े, जबकि मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा आयोजन स्थल पर मौजूद रहे। 


पूर्वांचल से पहली बार निर्यात हो रही मिर्ज़ापुर से 1600 किलो की कच्ची हल्दी व बिहार के ठाकुरगंज का 1100 किलो फ्रेश फ़ूड पाइन एप्पल, एप्पल बेरी आदि को एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने वर्चुअली व मण्डलाआयुक्त कौशल राज शर्मा ने मौके से झंडी दिखाकर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशन एयरपोर्ट से दुबई के लिए रवाना किया। इस मौके पर एपीडा के चेयरमैन अभिषेक देव ने विदेशी मुद्रा आय और किसानों की आय दोनों के लिए कृषि निर्यात की संभावनाओं की तलाश के लिए एक्सपोजर विजिट के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसानों तथा उनके समूह एफपीओ के प्रतिनिधिमंडल को एक्सपोजर विजिट पर लगातार भेजा जाएगा, जिससे उनके आर्थिक विकास को सुनिश्चित किया जा सके और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़कर कृषि एक्सपोर्ट को बढ़ाया जा सके। चेयरमैन ने कहा कि किसानों के हित के लिए सरकार हर तरह से प्रतिबद्ध है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि भविष्य में निर्यात बढ़ाने को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तथा एयरपोर्ट पर भी सुविधाओं को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि लोग जागरूक होंगे तो विकास आपके पास खींचे चले आता है।


उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों तथा एपीडा के प्रयासों से उत्तर प्रदेश के 31 एफपीओ के 40 सदस्य दुबई के कृषि बाज़ार, उत्पाद और निर्यात की बारीकियों को समझने के लिए25 फरवरी से 1 मार्च तक दुबई का दौरा किया था। इसमें बिहार के पांच और उत्तराखंड का भी एक एफपीओ शामिल था। अपने अनुभवों को साझा करते हुए इशानी एग्रो एफपीओ के अजय सिंह, कोमलिका एफपीओ के आरपी पचौरी ने बताया कि कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए सरकार की नीति और एपीडा के लगातार प्रयास से वाराणसी कृषि उत्पादों का हब बनता जा रहा है, जिसका लाभ सीधी खेती से जुड़े लोगों को मिल रहा है। माधुजनसा फ़ीड फार्मर प्रोडूसर कंपनी के विकास सिंह, राम कुमार राय (निदेशक, मेसर्स शिवांश कृषक उत्पादक कंपनी लिमिटेड) ने कहा, कि "हम लोग सदस्य किसानों के बीच जानकारी का प्रसार करके अगले 5 वर्षों में निर्यात को दोगुना करने का लक्ष्य बना रहे हैं। बनारस ओर्गनो एफपीओ के अभिषेक सिंह ने दुबई विजिट के अनुभवों को साझा किया। बोले कि संयुक्त अरब अमीरात के इस विजिट से हम लोग बायर्स के जरूरतों को समझे हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार के मानक और मांग का अनुभव प्राप्त किये हैं, जिसमे समय, पैकेजिंग आदि निर्यात के कई घटक शामिल हैं।

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