वैश्विक इतिहास में प्रथम बार राष्ट्रसंत, कृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब के अतिदिव्य पावन सान्निध्य में..
वाराणसी। विश्व विख्यात शक्तिमय पतित पावन श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थधाम कृष्णगिरी (तमिलनाडु) के शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, सर्वधर्म दिवाकर, विद्या सागर परम पूज्य गुरुदेवश्रीजी वसंतविजयजी महाराज साहेब की अतिदिव्य निश्रा में 9 से 16 नवंबर तक काशी कोतवाल भैरव उत्सव –2022 का भव्यातिभव्य आयोजन हो रहा है। निश्चित ही काशी के कोतवाल का अष्ट दिवसीय यह उत्सव संपूर्ण काशी वासियों सहित देश और दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए झोली भर के कृपा पाने का अनूठा सुनहरा अवसर होगा। इस धरा की पौराणिक देवीय कृपा प्राप्त काशी नगरी के बीएचयू रोड नरिया–सुंदरपुर स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान के भव्य पांडाल में यह अलौकिक आयोजन हो रहा है। इस दौरान 100 वर्षों तक आरोग्यमय एवं सुख–समृद्धवान बनाने वाली 100 फीट की अति विशाल भैरव देव की दर्शनीय मूर्ति स्थापित होगी। आयोजन स्थल पर 9–9 फीट के 8 दिशाओं में अष्ट भैरव भी विभिन्न वाहनों पर विभिन्न अस्त्र–शस्त्रों व स्वरूपों में भक्तों के अनेक दुख संकटों के निवारण सिद्ध कारक दर्शन हेतु स्थापित किए जाएंगे। साथ ही त्रिकाल योगी भैरव देव के प्राकट्य उत्सव पर आयोजित इस कार्यक्रम में वैश्विक इतिहास में पहली बार गंगाजी की पवित्र मिट्टी से 1,08,000 भैरव देव की मूर्तियां बनाई जाएगी। आगंतुक श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिदिन 13500 की संख्या में 4–4 फीट की इन निर्मित मूर्तियों का आठवें दिन 16 नवंबर को कुल संख्या एक लाख आठ हज़ार मूर्तियों का 1,08,000 दीपों, 1,08,000 पुष्प व इतने ही नैवेद्य भोग अर्पण से तथा धूप आदि से पूजन अर्चन किया जाएगा। प्रतिदिन प्रातः 10:00 बजे से 1:00 बजे तक यह कार्यक्रम होगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे से भैरवदेव के सिद्ध साधक पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब के श्रीमुखारविंद से संपूर्ण भैरव महा कथा का वाचन होगा। 8 दिनों तक इस कथा का श्रवण व्यक्ति के जीवन को सर्वोत्तम बनाने, दुख मुक्त करने तथा भैरवदेव की सर्व सुख प्रदायक कृपा प्राप्त करने का अमृतमयी चमत्कारिक अवसर होगा। साथ ही दोपहर 12 बजे से संपूर्ण काशीवासियों हेतु राजशाही भंडारा शाम 5 बजे तक नित्य प्रतिदिन सुचारू रूप से चलेगा। शाम 5 बजे से दक्षिण भारत के तमिलनाडु प्रांत के चिदंबरम स्थित नटराज मंदिर के 30 विद्वान पंडितों द्वारा अष्ट दिवसीय विशाल भैरव महायज्ञ होगा। जिसमें हजारों किलो मेवा, घी, फल, फूल व दुर्लभ औषधियां इत्यादि की आहुतियां दी जाएगी। इस बाबत आयोजन स्थल पर भव्यतम यज्ञ कुटीर का निर्माण भी किया गया है। इसके बाद प्रतिदिन अंतरराष्ट्रीय स्तर के नामी भजन गायक कलाकार भक्ति प्रस्तुतियां देंगे। अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में विश्व स्तरीय कविगण अपनी हास्य एवं वीर रस की रचनाओं से श्रोताओं को मुग्ध करेंगे। वहीं काशी में पहली बार त्रिकाल योगी भैरवदेव की महिमा एवं कृष्णगिरीवाली श्रीदेवी मां पद्मावतीजी की चमत्कारिक शुक्रवार व्रत कथा का नाट्य मंचन 11 नवंबर को उज्जैन के 30 कलाकारों द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में शहर–गांवों के अनेक संत, महंत विभिन्न मंदिरों के पुजारीवृंद तथा शहर के अनेक गणमान्यजनों सहित संपूर्ण काशीवासियों को आमंत्रित किया जा रहा है। आयोजन में शिरकत करने हेतु देश और दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु गुरुभक्त भी काशी नगरी पहुंच रहे हैं। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण राष्ट्रसंत पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब के अधिकृत वेरीफाइड यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
यह कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुतियां..
काशी कोतवाल भैरव उत्सव–2022 में प्रतिदिन शाम को 8 बजे से भजन भक्ति–संध्या, कवि सम्मेलन, नाट्य मंचन आदि कार्यक्रम पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब के पावन सान्निध्य में होंगे। इनमें 9 नवंबर को पहले दिन रात्रि में 8 बजे से अभिलिप्सा पंडा (हर हर शंभू), 10 नवंबर को हेमंत बृजवासी, 12 नवंबर को हंसराज रघुवंशी, 14 नवंबर को मैथिली ठाकुर, 15 नवंबर को उस्मान मीर और 16 नवंबर को कैलाश पियूषा की संगीतमय प्रस्तुतियां होंगी। 11 नवंबर को नाट्य मंचन तथा 13 नवंबर को अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन में हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, वीर रस के डॉ हरिओम पवार, हास्य कवि अरुण जैमिनी, शशिकांत यादव, शंभू शिखर व गौरव शर्मा अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे।
जरूरतमंदों को राशन किट व कंबल वितरण, विशिष्ट गणमान्यजनों का होगा सम्मान
काशी कोतवाल भैरव उत्सव–2022 का आयोजन धार्मिक, आध्यात्मिक भक्ति–शक्ति के साथ-साथ सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में भी कीर्तिमान रचेगा। इस दौरान साधना के शिखर पुरुष, मंत्र शिरोमणि पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब की प्रेरणा से हजारों जरूरतमंद लोगों को राशन किट व कंबलों का वितरण किया जाएगा। साथ ही काशीनगरी में अपनी उल्लेखनीय विशिष्ट सेवाओं से भागीदारी निभाने वाले सेवाभावी गणमान्य श्रेष्ठजनों का सम्मान भी किया जाएगा।
गत वर्ष इंदौर में रचा गया था इतिहास..
सर्व धर्म दिवाकर, आध्यात्म योगीराज, राष्ट्रसंत पूज्यश्री वसंतविजयजी महाराज साहेब के सान्निध्य में गत वर्ष 17वां भैरवाष्टमी का पर्व मध्यप्रदेश के इंदौर के बास्केटबॉल ग्राउंड में भव्यतापूर्वक विविधता से मनाया गया था। इस दौरान आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित कर अनेक कीर्तिमान स्थापित किए गए थे। इस दौरान 32 फीट के अति विशाल भैरवदेव की दर्शनीय प्रतिमा स्थापित कर नौ दिनों तक पूजा, जप, साधना, हवन विधान सहित भगवान भैरवदेव को 2021 प्रकार के व्यंजन भोग अर्पण किए गए थे। एमपी के करीब 3000 स्कूली विद्यार्थियों हेतु 300 करोड़ की मेडिक्लेम पॉलिसी भी जारी की गई। देश भर में अग्रणी इंदौर शहर की स्वच्छता में योगदान देने वाले सफाई एवं स्वच्छता कर्मियों को गणवेश प्रदान कर सम्मानित किया गया। कोरोना काल में सेवाभावी श्रेष्ठिजनों में चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मियों, सेना के जवानों, पत्रकारों, वकीलों सहित विभिन्न वर्गों के चुनिंदा लोगों तथा अनेक सामाजिक संगठनों आदि का भी सम्मान किया गया था। साथ ही इस दौरान अयोध्या में निर्माणाधीन अतिदिव्य भगवान श्रीराम मंदिर के हूबहू प्रतिरूप मंदिरकृति तथा 51 शक्ति पीठ की प्रतिमाएं प्रदर्शनी दर्शनीय लगाई गई थी।
What's Your Reaction?