बच्चों को पिलाएं विटामिन ए की खुराक, अंधेपन रतौंधी व कुपोषण से होगा बचाव – डॉ मंजुला सिंह

वाराणसी, 27 दिसम्बर 2023 – चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय स्थित मातृ-शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग से ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान अपर निदेशक व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ दिग्विजय सिंह ने नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई।

बच्चों को पिलाएं विटामिन ए की खुराक, अंधेपन रतौंधी व कुपोषण से होगा बचाव – डॉ मंजुला सिंह
बच्चों को पिलाएं विटामिन ए की खुराक, अंधेपन रतौंधी व कुपोषण से होगा बचाव – डॉ मंजुला सिंह
मंडलीय अपर निदेशक ने किया विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का शुभारंभ
हर बुधवार-शनिवार को टीकाकरण सत्रों पर पिलाई जाएगी विटामिन ए की खुराक, लगेंगे आवश्यक टीके
जिले में नौ माह से पाँच वर्ष तक के करीब 3.41 लाख बच्चों को विटामिन ए पिलाने का लक्ष्य निर्धारित  
वाराणसी, 27 दिसम्बर 2023 – चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने बुधवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय स्थित मातृ-शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) विंग से ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान अपर निदेशक व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ दिग्विजय सिंह ने नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई।
अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने कहा कि अपने नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को हर छह माह पर विटामिन ए की खुराक जरूर पिलाएँ। शिशु व बाल मृत्यु दर को कम करने में विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने माता-पिता से अपील की है कि अपने शिशु को नौ माह पर पहली खुराक और 16 माह पर दूसरी खुराक अनिवार्य रूप से पिलाएँ। इससे रंतौंधी, अंधेपन व अन्य स्थितियों जैसे दस्त, निमोनिया, कुपोषण से बचाव होगा। साथ ही रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी। सीएमएस डॉ दिग्विजय सिंह ने कहा कि हर बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण सत्रों पर नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। साथ ही बच्चों का टीकाकरण भी किया जाएगा।

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एके मौर्य ने बताया कि जनपद के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में बुधवार से बाल स्वास्थ्य पोषण माह अभियान की शुरुआत की जा चुकी है। यह अभियान छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषणदिवस (वीएचएसएनडी) तथा शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (यूएचएसएनडी) सत्रों के माध्यम से संचालित किया जाएगा।एएनएम बच्चों को विटामिन ए की खुराक के साथ अन्य आवश्यक टीके लगाएँगी। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समुदाय को जागरूक व प्रेरित करेंगी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जनपद में नौ माह से पाँच वर्ष तक के करीब 3.41 लाख बच्चों को विटामिन–ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।इस में नौ से 12 माह के 20095 बच्चों, एक से दो वर्ष के 75,715 तथा दो से पाँच वर्ष के 2.45 लाख बच्चे शामिल हैं।

क्‍यों जरूरी है विटामिन ए– एएनएम सुनीता सिंह ने बताया कि यह सूक्ष्म पोषक तत्व शिशु के विकास में मदद करता है। इससे दांत, हड्डियां और नरम ऊतकों को स्‍वस्‍थ रखने में मदद मिलती है। आंखों को ठीक तरह से कार्य करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट गुण भी हैं जो इम्‍यून सिस्‍टम को स्‍वस्‍थ बनाए रखते हैं।

लाभार्थियों के बोल – अर्दली बाजार निवासी रोशनी कपूर ने एमसीएच विंग में संचालित टीकाकरण सत्र के दौरान उन्होंने अपने 10 माह के बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाई। उन्होंने कहा –“मेरी माता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं तो उनके द्वारा सभी जानकारी मिल जाती हैं। अपने दोनों बच्चों को समय से सभी टीके लगवाए हैं”। सुजीत शर्मा ने बताया कि आज सत्र पर उन्होंने अपने बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाई है। जन्म से लेकर अब तक सभी टीके समय पर लगे हैं। अब वह आसपास के अभिभावकों को भी टीकाकरण के लिए जागरूक करेंगे।
इस मौके पर एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया, मंडलीय डीपीएम बृजेश मिश्रा, डॉ आरपी सोलंकी, देवाशीष, यूनिसेफ से डॉ शाहिद, डब्ल्यूएचओ से डॉ श्रीराम स्वामी एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।

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