varanasiबाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का प्रयास लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को नाव के जरिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने खुद भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर दी जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं का जायजा लिया।

varanasiबाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

•  पीड़ितों का उपचार के साथ ही दवाओं का किया वितरण 
 • सीएमओ ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा 
 वाराणसी, 29 अगस्त 2022 
 वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का प्रयास लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को नाव के जरिये बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने खुद भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर दी जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं का जायजा लिया।


जिले के बाढ़ प्रभावित ढेलवरिया, सूजाबाद, सामनेघाट, रमना, डाफी क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में रह रहे है।  ऐसे लोगों को चिकित्सकीय सुविधाओं का अभाव न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीम को नाव के जरिये सम्बन्धित क्षेत्रों में जीवन रक्षक दवाओं व अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ भेजा गया। नाव के जरिये पहुंची टीम ने मरीजों का उपचार करने के साथ ही उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध करायी। 


इसबीच मुख्य  चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बाढ़ प्रभावित ढेलवरिया समेत अन्य क्षेत्रों का दौरा कर उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश दिये। सीएमओ ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को चिकित्सकीय सुविधाओं की पूरी व्यवस्था है। कहीं भी चिकित्सकीय सेवा का अभाव नहीं होने दिया जायेगा।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय ने बताया कि सोमवार को बाढ़ राहत शिविरों में 441  मरीज देखे गये। साथ ही ओआरएस के 307  पैकेट व क्लोरीन टेबलेट की 1950  गोलियां वितरित की गयी। 
इस तरह पांच दिनों में .बाढ़ राहत शिविरों में कुल 1204  मरीज देखे जा चुके है। साथ ही ओआरएस के 882 पैकेट व क्लोरीन टेबलेट की 6290 गोलियां वितरित की गयी है।

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