अभी मानवता ज़िंदा है ...शिक्षक के दायित्वों का निर्वहन करते हुए शिक्षकद्वय ने मिसाल किया कायम की ।
वाराणसी ;- DALIMSS सनबीम स्कूल सिगरा के 2 शिक्षक शिरीष उमंग (राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी) जो DALIMSS सनबीम सिगरा में क्रीड़ा शिक्षक हैं एवं अम्बुज सिंह जो जीव विज्ञान के शिक्षक हैं वो स्कूल से वापस आते हुए जालान चौराहा कचहरी वाराणसी , सड़क पर खून से लतपथ अधमरी अवस्था में पड़े एक व्यक्ति को देखा । इतने भीड़ भाड़ इलाके में भी कोई उसकी सहायता करने के लिए अग्रसर नहीं हुआ, सभी उसे नज़रअंदाज़ कर के चलते बने ।

अभी मानवता ज़िंदा है ...शिक्षक के दायित्वों का निर्वहन करते हुए शिक्षकद्वय ने मिसाल किया कायम की ।
वाराणसी ;- DALIMSS सनबीम स्कूल सिगरा के 2 शिक्षक शिरीष उमंग (राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी) जो DALIMSS सनबीम सिगरा में क्रीड़ा शिक्षक हैं एवं अम्बुज सिंह जो जीव विज्ञान के शिक्षक हैं वो स्कूल से वापस आते हुए जालान चौराहा कचहरी वाराणसी , सड़क पर खून से लतपथ अधमरी अवस्था में पड़े एक व्यक्ति को देखा ।
इतने भीड़ भाड़ इलाके में भी कोई उसकी सहायता करने के लिए अग्रसर नहीं हुआ, सभी उसे नज़रअंदाज़ कर के चलते बने । अचानक दोनों शिक्षकों की निगाह उक्त घायल व्यक्ति पर पड़ी। दोनों उसके पास गए और अपने रूमाल और गमछे से उसके खून को रोकने की कोशिश करने लगे ।फिर वहाँ उपस्थित हवलदार बच्चन सिंह की सहायता से अम्बुज सिंह ने अपनी गोद में लेटाकर और आगे की सीट पर हवलदार बच्चन सिंह ड्राइविंग सीट पर शिरीष उमंग ने आनन फानन में नज़दीकी सरकारी अस्पताल ले गए । वहाँ डॉक्टर और कर्चारियों ने अविलम्भ उपचार प्रारम्भ किया ।
उक्त घायल व्यक्ति के पास ना तो मोबाइल था और ना ही किसी का नंबर याद था । होश आने के बाद उसने बताया कि वो व्यक्ति अर्दलीबाजार का रहने वाला है और उसका नाम नजीम उर्फ़ मुन्ना है । शिरीष उमंग ने तत्काल अपने मित्र सबील हैदर एवं अन्य जो अर्दलीबाजार के ही निवासी हैं उनको फ़ोन कर घटना की जानकारी दी और घर का पता लगवाकर घर वालों को सूचना दिलवाई । घायल व्यक्ति के परिवार वालों ने आभार व्यक्त किया।घर वालों के आने के बाद दोनों शिक्षक वहाँ से रवाना हुए ।
What's Your Reaction?






