"मुझे लगता है कि उम्र अब उन पर हावी हो रही है": शिवराज चौहान का कमलनाथ पर तंज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुख कमलनाथ पर उनके "विधायकों की नहीं, अच्छे कार्यकर्ताओं की जरूरत" वाले बयान पर जमकर निशाना साधा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुख कमलनाथ पर उनके "विधायकों की नहीं, अच्छे कार्यकर्ताओं की जरूरत" वाले बयान पर जमकर निशाना साधा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मुझे कमलनाथ पर दया आती है। कभी-कभी मुझे लगता है कि उम्र अब उन पर हावी हो रही है। नाथ कहते हैं कि उन्हें विधायक की जरूरत नहीं है।"
उन्होंने कहा, "विधायक क्या होता है? लोकतंत्र में निर्वाचित जनप्रतिनिधि की स्थिति को संविधान में समझाया गया है और कांग्रेस भी जानती है कि मुख्यमंत्री विधायक द्वारा चुना जाता है।"
सीएम ने कहा, "शायद पहले भी वह कहते थे कि उन्हें विधायकों की जरूरत नहीं है, इसलिए कुछ लोग (कांग्रेस विधायक) पार्टी से बाहर हो गए। अब फिर से वही कह रहे हैं कि वे (विधायक)जहां जाना चाहते हैं, वहां जाएं।"
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जुड़ गए थे, और उनके साथ उनके प्रति निष्ठा के कारण 22 बागी कांग्रेस विधायक ने भी इस्तीफे दे दिए थे, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का पतन हुआ।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "वह (नाथ) खुद को भावी मुख्यमंत्री, अपरिहार्य सीएम कहने के लिए कहते हैं और कहते हैं कि उन्हें विधायकों की जरूरत नहीं है। अब भगवान उस कांग्रेस का ख्याल रखेंगे जिसके नेता कह रहे हैं कि उन्हें विधायकों की जरूरत नहीं है। यह नाथ का अहंकार भी है।"
सीएम ने कहा, "पता नहीं क्या (कमल) नाथ कहते हैं, कल उन्होंने शायद कहा था कि वह न तो मामा हैं और न ही चाय बेचने वाले। नाथ मामा नहीं हो सकता, जिसके मन में बहन-बेटियों के लिए आदर हो। आप (नाथ) किसान नहीं हो सकते क्योंकि आपने किसानों से किए गए वादों को कभी पूरा नहीं किया, आप कर्जमाफी के वादे से मुकर गए हैं।"
उन्होंने कहा, "चाय बेचने वाला गरीब ही हो सकता है। जो मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ हो, वह कारपोरेट पॉलिटिक्स करता है और मौका मिलते ही देश को लूट लेता है। वह चाय वाला कैसे हो सकता है?"
सीएम चौहान ने आगे कहा, 'फिलहाल कांग्रेस झूठे वादे करने के लिए लगातार बैठकें कर रही है। (कमलनाथ) लोगों के बीच कम जाते हैं, लेकिन वह कमरे में बहुत बैठकें करते हैं।'
उन्होंने कहा कि एक बार फिर झूठ की गठरी तैयार की जा रही है। उन्होंने (कांग्रेस ने) अपने पिछले वादे पूरे नहीं किए। लेकिन जनता कांग्रेस के झूठ को जानती है, इसलिए उन्हें न तो कमलनाथ पर भरोसा है और न ही कांग्रेस पर।
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