निजी चिकित्सालय समय से भेजें रिपोर्ट तो बेहतर होगी जनपद की रैंकिंग – सीएमओ

वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जनपद के समस्त पंजीकृत निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण की सेवाओं की रिपोर्ट ससमय प्रदान कराने के उद्देश्य से रविवार को लहूराबीर स्थित आईएमए सभागार में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधन व पीएसआई इंडिया के सहयोग से एक बैठक आयोजित की गई।

निजी चिकित्सालय समय से भेजें रिपोर्ट तो बेहतर होगी जनपद की रैंकिंग – सीएमओ

निजी चिकित्सालय समय से भेजें रिपोर्ट तो बेहतर होगी जनपद की रैंकिंग – सीएमओ

हर माह की 20 व 21 तारीख तक भेजें नवीनतम व अपडेटेड रिपोर्ट

निजी चिकित्सालय स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान करने में रहें हमेशा तत्पर – डॉ एसके उपाध्याय    

वाराणसी, 21 अगस्त 2022 –
 
  वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में जनपद के समस्त पंजीकृत निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण की सेवाओं की रिपोर्ट ससमय प्रदान कराने के उद्देश्य से रविवार को लहूराबीर स्थित आईएमए सभागार में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधन व पीएसआई इंडिया के सहयोग से एक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी एवं पूर्व मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ एसके उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित हुई। 
    बैठक में सीएमओ ने निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से आए चिकित्सकों, प्रबन्धकों व अन्य कर्मियों से कहा कि वह हर माह की 20 से 21 तारीख और अधिकतम 25 तारीख तक प्रसव पूर्व जांच (एएनसी), प्रसव संबंधी सेवाओं, परिवार कल्याण कार्यक्रम, बच्चों के नियमित टीकाकरण, मातृ एवं शिशु जन्म व मृत्यु रिपोर्ट आदि की नवीनतम व अपडेटेड रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजना सुनिश्चित करें। यह रिपोर्ट संकलित कर भारत सरकार के पोर्टल हेल्थ मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) और रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ (आरसीएच) पर अंकित की जाती है जिससे वाराणसी सहित अन्य जनपदों की रैंकिंग निर्धारित होती है। वर्तमान में जनपद के करीब 650 निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम, क्लीनिक व अन्य संस्थान पंजीकृत हो चुके हैं जो जून 2022 तक 285 थे। लेकिन इन पंजीकृत समस्त इन निजी चिकित्सा इकाईयों में से 40 प्रतिशत चिकित्सालयों की ओर से रिपोर्ट मिल पर रही है। उन्होने ज़ोर दिया कि यदि जनपद के सभी निजी चिकित्सालय ससमय रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करेंगे तो वाराणसी को प्रदेश स्तर सराहना और ख्याति प्राप्त होगी।

 
   इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन वाराणसी के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक संतोष सिंह एचएमआईएस पोर्टल के बारे में विस्तार से चर्चा की। यह भारत सरकार का महत्वपूर्ण पोर्टल है जिसमें पारदर्शिता के साथ सटीकता भी है। जिला नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह ने आरसीएच पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान वाराणसी स्त्री रोग विशेषज्ञ सोसाइटी की सचिव डॉ शालिनी टंडन ने समस्त निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम व अन्य संस्थानों से अपील की वह स्वास्थ्य विभाग के इस कार्य में पूर्ण सहयोग करें। सीएमओ सहित प्रत्येक कार्यक्रम के नोडल अधिकारी से लगातार संपर्क बनाए रखें। 


   अंत में पूर्व मंडलीय अपर निदेशक ने कहा कि सरकारी चिकित्सालयों सहित समस्त निजी चिकित्सालयों को सहयोग प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हमेशा तत्पर है। निजी चिकित्सालयों की ओर से जितना बेहतर सहयोग मिलेगा उतना बेहतर परिणाम व सेवाएँ जन मानस को मिल सकेंगी। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ एचसी मौर्य, डीआईओ डॉ निकुंज कुमार वर्मा, नर्सिंग होम एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ कुसुम चंद्रा, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ विभा मिश्रा, वाराणसी स्त्री रोग विशेषज्ञ सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ लवीना चौबे, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, डीपीएम संतोष सिंह, मंडलीय स्वास्थ्य समन्वयक मयंक राय व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों सहित पीएसआई इंडिया से कृति पाठक व अखिलेश, सहयोगी संस्थाओं यूएनडीपी, यूपीटीएसयू, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow