राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिये प्रयासों और भविष्य की योजनाओ के बारे में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों को अवगत करवाया।
वाराणसी राजस्थानी युवा समिति के राष्ट्रीय सलाहकर राजवीर सिंह चलकोई द्वारा राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिये हुए अब तक के प्रयासों और भविष्य की योजनाओ के बारे में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों को अवगत करवाया।
राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिये प्रयासों और भविष्य की योजनाओ के बारे में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों को अवगत करवाया।
वाराणसी राजस्थानी युवा समिति के राष्ट्रीय सलाहकर राजवीर सिंह चलकोई द्वारा राजस्थानी को राजभाषा बनाने के लिये हुए अब तक के प्रयासों और भविष्य की योजनाओ के बारे में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों को अवगत करवाया।
चलकोई ने बताया ये अधिवेसन राजस्थानियों का महाकुंभ है और यहाँ पहुंचकर राजस्थानी की मान्यता हेतु हो रहे प्रयासों को और बल मिला उन्होंने बताया समिति के राष्ट्रीय सलाहकार एवं संरक्षक होने के नाते मुझे मारवाड़ी युवा मंच ने बुलाकर राजस्थानी पर बात करने का अवसर दिया यह मेरे और समिति के लिये गौरव का विषय है, राजवीर सिंह चलकोई ने बताया मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों से मिलकर ऐसा लगा बनारस में राजस्थान आ गया है।
भाषा और संस्कृति पर अपनी पकड़ के चलते राजवीर सिंह चलकोई को देश के अलग अलग प्रान्तों में बसे राजस्थानियों ने अपने अपने राज्यो में आमंत्रित किया।
संस्थापक हिमान्शु शर्मा ने वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मारवाड़ी युवा मंच कपिल लखोटिया एवं नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजेन्द्र भट्टल से बात कर एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री जी को राजभाषा बनाने के संबंध में भेजने का अनुरोध किया जिसको उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
समिति की महिला प्रकोष्ठ से काजल वर्मा ने बनारस में राजस्थानी युवा समिति की सभी व्यवस्थाएं देखी। बनारस हिंदू विश्विद्यालय में पढ़ने वाले राजस्थान के विद्यार्थियों ने भी राजवीर सिंह चलकोई का अभिवादन किया।
समिति के सदस्यों ने शाल भेंट कर राजवीर सिंह चलकोई का सम्मान किया।
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