कामकोटि पीठ के जगद्गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा नेपहले ही भविष्यबाणी क़र अशोक सिंघल को श्रीराम मंदिर निर्माण की पहली आईटी दी थी;- पंकज अग्रवाल

कामकोटि पीठ के जगद्गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा नेपहले ही भविष्यबाणी क़र अशोक सिंघल को श्रीराम मंदिर निर्माण की पहली आईटी दी थी;- पंकज अग्रवाल

कामकोटि पीठ के जगद्गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा नेपहले ही भविष्यबाणी क़र  अशोक सिंघल को श्रीराम मंदिर निर्माण की पहली आईटी दी थी;- पंकज अग्रवाल
वाराणसी। प्रोफेसर सुधाकर राव फाउंडेशन नई दिल्ली, के संयोजक पंकज अग्रवाल ने अपनी एक प्रेस वार्ता में में आज काम कोटिश्वर महादेव मंदिर शिवाला वाराणसी में की प्रेस वालों में पंकज अग्रवाल ने कहा कि 22 जनवरी को अद्‌भुत अयोध्या में भगवान श्री राम लाल की अलौकिक प्राण प्रतिष्ठा हो रही है।

हम भारतवासी को इस शुभ अवसर पर यह बताना चाहते हैं की आज अयोध्या में भगवान श्री रामलला प्रतिष्ठित प्राण प्रतिष्ठित होने जा रहे हैं इसका संपूर्ण श्री हमारे पूज्य महाराज परम पूज्य शंकराचार्य स्वामी कामकोटी पीठ के जगतगुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा जी जिनको हम महापेरियावा के नाम से जानते हैं, उनके अथक प्रयास की वजह से ही संभव हुआ और इन्होंने इस में अनेकों प्रयास किया और कहा कि इस मामले का न्यायिक निदान होना है, इस संदर्भ में परम पूज्य महाराज जी ने बाबरी मस्जिद कमेटी के नेताओं से भी इस मामले को समाप्त करने की बात का प्रयास किया था और उन्होंने कहा था कि यह समस्या का निदान कोर्ट से ही तय होगा आज उनकी भविष्यवाणी सत्य हई और आज हम भगवान की प्राण प्रतिष्ठा अपने मूल स्थान पर करने जा रहे हैं परम पूज्य महाराज जी का संपूर्ण जीवन सनातन की रक्षा एवं देश में राम राज्य की स्थापन हो इस संदर्भ में उन्होंने अनेको कार्य किया हम फाउंडेशन के अनुयाई महाराज जी की दिशा निर्देश का पालन करते हुए परम पूज्य महाराज जी का विचार को जन जन तक पहुंचाने के लिए कटिबंध है और काशी, प्रयागराज, अयोध्या, हरिद्‌कर, इत्यादि अनेकौ धार्मिक स्थान पर परम पूज्य महाराज जी प्रतिमा एवं महाराज जी के विचारों की संगोष्ठी के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाएंगे और श्री अग्रवाल ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से भी निवेदन करते हैं काशी में काशी में स्थित एक घाट का नाम करण कामकोटी पीठ के जगतगुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा' नाम से किया जाये।

कामकोटी पीठ के जगद्गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती' महापेरियावा ने विश्व हिंदू परिषद के नेता श्री अशोक सिंघल को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर की प्रथम आधार शीला हेतु नव ईटे प्राण प्रतिष्ठित करके दिया था।

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