कानपुर देहात : माँ बेटी के जिन्दा जल जाने की घटना पर शिवपाल ने सरकार को घेरा
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में कल सोमवार को हुई हृदयविदारक घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में कल सोमवार को हुई हृदयविदारक घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया। माँ बेटी की मौत का मामला अब राजनितिक मुद्दा बनता जा रहा है। इस मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार को घेरते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर लिखा कि- कानपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही। अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है। क्या 'महिला सशक्तिकरण' व 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात केवल कागजी नीति है?
गौरतलब है की कल सोमवार को कानपुर देहात के मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने ही कब्ज़ा करी हुई जमीन पर बनी झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई। अपनी झोपड़ी को जलता हुआ देखकर घटनास्थल पर मौजूद मां-बेटी दोनों जलती झोपड़ी में घुस गई। जिसके चलते माँ बेटी और कई बकरिया पुलिस प्रशासन के अधिकारीयों के सामने ही जिन्दा जल गयी। वहीँ दोनों को बचाने की कोशिश में गृहस्वामी और रुरा थाना प्रभारी भी झुलस गए। वहीँ आज मंगलवार को उच्चाधिकारियों द्वारा मृत माँ बेटी के परिवार वालों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। परिजनों द्वारा मृतकों के शव को उठने नहीं दिया जा रहा हैं। परिजन पांच करोड़ रूपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और मृतका के दोनो बेटों के लिए आवास की मांग कर रहे हैं।
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