काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट' ने संपन्न कराया सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार
वाराणसी, अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र वैसे तो वैसे तो समय-समय पर भारतीय संस्कारों परंपराओं धार्मिक रीति रिवाज से आम आदमी को जोड़ता ही है इसके अलावा अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र विद्यार्थियों में उच्च संस्कार देने के उद्देश्य से अन्नपूर्णा अनुसूत्र ब्रह्मचर्य विद्यालय की स्थापना कर छात्रों में गुरुकुल परंपरा का काशी का महत्वपूर्ण संस्थान है
काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट' ने संपन्न कराया सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार
वाराणसी, काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट' वैसे तो वैसे तो समय-समय पर भारतीय संस्कारों परंपराओं धार्मिक रीति रिवाज से आम आदमी को जोड़ता ही है इसके अलावा अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र विद्यार्थियों में उच्च संस्कार देने के उद्देश्य से काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट' ब्रह्मचर्य विद्यालय की स्थापना कर छात्रों में गुरुकुल परंपरा का काशी का महत्वपूर्ण संस्थान है इसी अन्नपूर्णा अन्य क्षेत्र द्वारा छात्रों में युवाओं में खासकर ब्राह्मण समाज में उपनयन योग है यज्ञ पवित्र संस्कार का महत्वपूर्ण जीवन शैली है इस जीवन शैली को आज आधुनिक के समय भी छात्रों को परंपराओं से जोड़ने के लिए काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट' आज अति महत्वपूर्ण उपनयन संस्कार देश भर से आए हुए बटुको को विधि विधान से जनेऊ धारण कर उन्हें उपनयन संस्कार से और भारतीय ऋषिवर जीवन शैली जीने के लिए परिचित कराते हुए उन्हें ज्ञान दिया
वाराणसी ;- सोमवार प्रातः आठ बजे से शाम चार बजे तक संपूर्ण विधि विधान से यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन किया गया जिसमें मुंडन,कर्णभेद गायत्री दीक्षा, उपनयन और वेदारंभ संस्कार आदि से वैदिक विधि से संपन्न कराया गया
श्रीअन्नपूर्णा ऋषिकुल के यज्ञशाला में सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार आयोजन किया गया। इस दौरान 500 बटुकों का उपनयन संस्कार हुआ।
14 वे उपनयन संस्कार' के बारे में
मंदिर प्रबंधक काशी मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2007 में इसकी शुरुआत अन्नपूर्णा के प्रांगण में की गई थी।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य काशी के धरोहर को जीवंत रखना। लगभग ढाई हजार लोग इस धार्मिक आयोजन के साक्षी बने और भोग प्रसाद ग्रहण किए। इस महोत्सव में मुख्य रूप से उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,बिहार,राजस्थान,दिल्ली और नेपाल के लोगों ने भाग लिया।
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