पुलिसिया उत्पीड़न का शिकार हुआ एम. काम . काशी विद्यापीठ का छात्र सीपी से लगाया न्याय की गुहार स्वयं जाँच करने का सीपी ने दिया पीड़ित छात्र को आश्वासन

वाराणसी/-पुलसिया उत्पीड़न का शिकार एम .काम. का छात्र मंगलवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुँच मिर्जामुराद पुलिस के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई।प्राप्त जानकारी के मुताबिक मिर्जामुरा थाना क्षेत्र के गौर मधुकर शाहपुर निवासी निहाल कुमार वर्मा को मिर्जामुराद पुलिस ने सोमवार को पूरे दिन थाने पर जहां बैठाई रही वहीं दूसरे तरफ दुकान पर कब्जा दिलाने का काम भी थानाध्यक्ष को मार्गदर्शन में चलता रहा जो सफल हो गया जिसके बाद देर शाम को निहाल व उसके भाई निखिल वर्मा का शांति भंग में पुलिस ने चालान कर दिया,

पुलिसिया उत्पीड़न का शिकार हुआ एम. काम . काशी विद्यापीठ का छात्र सीपी से लगाया न्याय की गुहार स्वयं जाँच करने का सीपी ने दिया पीड़ित छात्र को आश्वासन

वाराणसी/-पुलसिया उत्पीड़न का शिकार एम .काम. का छात्र मंगलवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुँच मिर्जामुराद पुलिस के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई।प्राप्त जानकारी के मुताबिक मिर्जामुरा थाना क्षेत्र के गौर मधुकर शाहपुर निवासी निहाल कुमार वर्मा को मिर्जामुराद पुलिस ने सोमवार को पूरे दिन थाने पर जहां बैठाई रही वहीं दूसरे तरफ दुकान पर कब्जा दिलाने का काम भी थानाध्यक्ष को मार्गदर्शन में चलता रहा जो सफल हो गया जिसके बाद देर शाम को निहाल व उसके भाई निखिल वर्मा का शांति भंग में पुलिस ने चालान कर दिया,

और जिसकी वजह से एम.कॉम. का पहला पेपर निहाल वर्मा का छूट गया निहाल वर्मा में ने पुलिस से बार-बार रिक्वेस्ट की कि मुझे पेपर देने दिया जाए परंतु निहाल वर्मा की एक न सुनी गई जिसकी वजह से उनका साल बर्बाद होने के कगार पर आ गया जिसके बाद दोनों ने एसीपी राजातालाब के यहाँ से अपनी जमानत कराई और मंगलवार को पुलसिया उत्पीड़न की शिकायत लेकर सीपी से मुलाकात कर आप बीती बताई।

पीड़ित निहाल कुमार वर्मा ने सीपी को बताया कि मेरे चाचा उमेश कुमार वर्मा ने विश्वनाथ से एक डिसमिल जमीन का बैनामा कराया और उसी में दुकान बनाया था सोमवार को मैं जब अपना एम काम चतुर्थ सेमेस्टर का परीक्षा देने जा रहा था तो देखा कि बच्चन राम बिन्द,श्याम कुमार बिन्द उर्फ जीवौधन सहित सात से दस लोग मेरे दुकान पर जबरिया कब्जा कर रहे थे तो इसकी सूचना हमने तत्काल 112 पर दिया और जब थाने पर गया तो थानाध्यक्ष मिर्जामुराद आनंद कुमार चौरसिया द्वारा जबरन थाने पर हमें ही बैठा दिया गया,

जिसके बाद लगभग बीसों की संख्या में सत्तासीन पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी पहुँचे और दबाव के बदौलत मेरे चाचा के दुकान पर जबरन कब्जा दिला दिए

और पुलिस द्वारा मेरा व मेरे भाई का एक पक्षीय शांति भंग में चालान भी करवा दिए,मैं गिड़गिड़ाता रहा कि साहब मेरी परीक्षा 2 बजे से है एडमिट कार्ड दिखाता रहा लेकिन हमें नही छोड़े जिससे मेरी परीक्षा छूट गयी और एक साल का करियर बर्बाद हो गया।दुकान पर कब्जे की वीडियो भी जमकर वायरल हुई

लेकिन कोई न्याय संगत कार्यवाही नही की गयी।जिस पर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने तत्काल थानाध्यक्ष मिर्जामुराद से वार्तालाप किया और पीड़ित छात्र को आश्वासन दिया की स्वयं इस प्रकरण की जाँच मैं करूँगा और हर प्रकार से न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।

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