महाराष्ट्र : चुनाव आयोग के फैसले के बाद CM शिंदे ने कहा- शिवसेना का चुनाव चिह्न कांग्रेस-एनसीपी के पास बंधक था...
शिंदे ने कहा कि शिवसैनिकों को बनाए रखने के लिए ठाकरे गुट सहानुभूति बटोरने की कोशिश में है।
महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि, हमेशा सच की जीत होती है और इस बार भी हुई है। उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया। साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि अगर कोई फैसला उनके खिलाफ जाता है तो विरोध गुट के लिए 'लोकतंत्र खतरे में है' और 'लोकतंत्र की हत्या' जैसे नारे लगाना एक आदर्श बन जाता है।
यह और कुछ नहीं उनका दोहरा मापदंड है: शिंदे
बता दें की शुक्रवार को चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे गुट को बड़ी राहत दी। आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया और 'तीर-धनुष' का चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिया। इस पर उद्धव ठाकरे के बयान के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह और कुछ नहीं उनका दोहरा मापदंड है। चुनाव आयोग के फैसले ने उनको उनकी जगह दिखा दी है। सीएम ने कहा कि उन्होंने साल 2019 में कांग्रेस-एनसीपी के पास धनुष-बाण का चिह्न गिरवी रखा था। जिसे आज मैनें छुड़ा लिया है।
'चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट स्वतंत्र संस्थाएं'
सीएम एकनाथ शिंदे ने आगे कहा की चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट स्वतंत्र संस्थाएं है। आप इस तरह के गंभीर आरोप नहीं लगा सकते। यही फैसला उनके पक्ष में आया होता तो वे कहते कि लोकतंत्र जिंदा है।' शिंदे ने कहा कि शिवसैनिकों को बनाए रखने के लिए ठाकरे गुट सहानुभूति बटोरने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि यह शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और पार्टी के दिवगंत दिग्गज आनंद दिघे की विचारधारा और सोच की जीत है।
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