राम विरोधी ने दिया बौद्ध ज्ञान कहा ;- बौद्ध विरासत की ऐतिहासिक धरती हैं मऊ कला: स्वामी प्रसाद
बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम में पुस्तिका" इच्छा पुरक बुद्ध "दशभूमेश्वर का हुआ विमोचन रिपोर्ट शशि कांत सिंह, सोनभद्र। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रविवार को बौद्ध विरासत की ऐतिहासिक धरती मऊ कला रॉबर्ट्सगंज सोनभद्र में बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया
राम विरोधी ने दिया बौद्ध ज्ञान कहा ;- बौद्ध विरासत की ऐतिहासिक धरती हैं मऊ कला: स्वामी प्रसाद
बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम में पुस्तिका" इच्छा पुरक बुद्ध "दशभूमेश्वर का हुआ विमोचन
रिपोर्ट शशि कांत सिंह,
सोनभद्र। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रविवार को बौद्ध विरासत की ऐतिहासिक धरती मऊ कला रॉबर्ट्सगंज सोनभद्र में बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में सर्वप्रथम महामानव तथागत बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष पूजनीय भंते गण वह मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया
तत्पश्चात बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम के संरक्षक एवं पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा ने स्वागत अभिभाषण देते हुए धम्म देशना सहित बुद्ध के विचारों को आत्मसात करते हुए महामानव तथागत बुद्ध के बताए हुए मार्ग पर चलने को कहा और बताया कि तथागत के सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर कठिन से भी कठिन चुनौतियों का सामना किया जा सकता है
एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान का अनुसरण करते हुए समतामूलक समाज निर्माण के लिए सदैव तत्पर रहना होगा तभी विश्व का कल्याण है। वही कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार विधान परिषद सदस्य एवं राष्ट्रीय महासचिव समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहां की वर्तमान समय में महात्मा बुद्ध के बताए हुए
अष्टांगिक मार्ग का अनुकरण करते हुए मानव जाति का कल्याण हो सकता है वर्तमान परिदृश्य में इतिहास को मिटाकर बुद्ध विरासत को समाप्त किया जा रहा है जिसे सर्व समाज को आगे बढ़कर संरक्षण देने की आवश्यकता है क्योंकि बुद्ध विचारधारा तार्किक हैं, बुद्ध विचारधारा वैज्ञानिक है एवं बुद्ध के विचार संघम् शरणम् गच्छामि के अनुसरण की वर्तमान परिवेश में नितांत ही आवश्यकता है
इसी क्रम में डाक्टर अंजनी कुमार सिंह, प्रकाश एवं पवन डायग्नॉस्टिक सेन्टर, रावर्टसगंज द्वारा लिखित पुस्तिका इच्छा पुरक बुद्ध दशभूमेश्वर का विमोचन किया गया। यह पुस्तिका रेखांकित करती है कि
मानव मस्तिष्क की पूर्ण जागृत अवस्था का नाम बुद्ध है।एक जागृत मनुष्य स्वयं अपने दुखों
का नाश करने में सक्षम है।बुद्ध को समझते हुए उनके मार्ग पर चल कर हम कैसे अपने दुखो का नाश करते हुए, कैसे स्वस्थ समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते है। वही पंचशील मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल के डायरेक्टर पवित कुमार मौर्या द्वारा कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि स्वामी प्रसाद मौर्या को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सुजीत कुमार, उपाध्यक्ष अनिल कुमार जी ने भी तथागत के विचारों पर प्रकाश डाला कार्यक्रम में पूर्व विधायक चिरईगांव उदय लाल मौर्य, पूर्व विधायक चकिया जितेंद्र प्रसाद,
पूर्व विधायक सत्यनारायण जैसल, विजय यादव जिला निवर्तमान जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी सोनभद्र, सईद कुरैशी, रमेश पटेल उपाध्यक्ष भाजपा, कृपाशंकर चौहान , जिला अध्यक्ष पिछड़ा मोर्चा सपा, अखिल भारती कुशवाहा महासभा के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र मौर्या, महेंद्र गौतम जी पूर्वांचल महासचिव बामसेफ, उदयनाथ सिंह कुशवाहा जिला उपाध्यक्ष भाजपा, रमाशंकर पोया जिला अध्यक्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, जवाहरलाल मौर्य प्रदेश संयोजक सम्राट अशोक क्लब ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपना उद्बोधन दिया सभी ने सारतः बुद्ध के विचार एवं बताए हुए मार्गो पर चलने के लिए कहा कार्यक्रम का संचालन रवि प्रकाश सिंह मौर्य ( शावक) ने किया तथा
कार्यक्रम में, चौधरी यशवन्त सिंह पटेल, डॉक्टर ओम प्रकाश कुशवाहा, मोहन कुशवाहा, पंकज कुशवाहा,
डॉक्टर दिनेश, डॉक्टर संजय सिंह, सुबेदार मौर्य, विद्यासागर मौर्य, नामवर कुशवाहा, चन्द्रबली यादव, श्रीनाथ धांगर, बुल्लू धांगर, पंकज कुजूर, जटाशंकर, कन्हैया तुरिया, कयर बियार, डा० संतोष धांगर, डा० संकठा प्रसाद मौर्या, संजय कुशवाहा, श्याम बिहारी गौड़, सूर्य प्रकाश मौर्या, सहित पूरे जनपद विभिन्न क्षेत्रों से दूरदराज से हजारों लोग मौजूद रहे एवं दिन भर मेला लगा रहा।
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