आज से पूरे माह चलेगा ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान

वाराणसी, 31 अगस्त 2022 | गर्भवती व धात्री महिलाओं में एनीमिया व कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए एक सितंबर यानि गुरुवार से 'एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर' अभियान का दूसरा चरण चलाया जाएगा, जो 30 सितंबर तक चलेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जायेगा।

आज से पूरे माह चलेगा ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान

वाराणसी, 31 अगस्त  2022 | गर्भवती व धात्री महिलाओं में एनीमिया व कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए एक सितंबर यानि गुरुवार से 'एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर' अभियान का दूसरा चरण चलाया जाएगा, जो 30 सितंबर तक चलेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलने वाले इस अभियान में गर्भावस्था और प्रसवोपरांत महिलाओं के पोषण पर विशेष जोर दिया जायेगा। 
 सीएमओ ने बताया कि अभियान के तहत समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी व आईपीडी, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रत्येक माह की नौ तारीख को व प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक दिवस प्रत्येक माह की 24 तारीख को एवं ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता पोषण दिवस सत्र के माध्यम से जनजागरूकता एवं फोलिक एसिड, आयरन फोलिक एसिड, कैल्शियम व एलबेन्डाजोल की गोलियों का वितरण किया जाएगा। सभी गर्भवती व धात्री महिलाओं का शत-प्रतिशत डाटा ई-कवच पर अंकित किया जाएगा। सीएमओ ने समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्देशित किया है कि केंद्र पर पर्याप्त मात्रा में गोलियों की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें।    

  
 नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ हरिश्चंद्र मौर्य ने बताया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए माह सितंबर में ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान का दूसरा चरण चलेगा। अभियान में प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिलाओं तक आयरन, कैल्शियम, एलबेंडाजोल व फोलिक एसिड की उपलब्धता और दवाओं का सेवन सुनिश्चित करने का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के लिए भी जागरूक किया जाएगा। गर्भवती में गोलियों के सेवन के प्रति व्याप्त मिथकों व नकारात्मकता का निराकरण करते हुए जागरूकता लायी जाएगी। मातृ स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सेवाओं को सभी गर्भवती व धात्री महिलाओं तक उपलब्ध कराना। समस्त चिन्हित उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का उपचार एवं फॉलोअप किया जाएगा। 
 जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता पूनम गुप्ता ने बताया कि जिले की समस्त गर्भवती व धात्री महिलाओं को इस अभियान लाभान्वित करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं व ए.एन.एम. को प्रशिक्षित किया गया है। वह लाभार्थियों से गोलियों के सेवन के बारे में जानकारी देंगी तथा उनकी भ्रान्तियों को दूर करेंगी। कुपोषित व एनीमिक महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 
अभियान के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियां -
• प्रथम त्रैमास वाली सभी गर्भवती को फोलिक एसिड उपलब्ध कराना।
• दूसरे और तृतीय त्रैमास की सभी गर्भवती से पूर्व में दिए गए आयरन फोलिक एसिड, कैल्शियम की गोलियों के बारे में जानकारी लेना तथा अगले दिनों के लिए दवा उपलब्ध कराना।
• उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं की पहचान करना और उन्हें चिकित्सा इकाईयों पर संदर्भित करना।

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