राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय "शेखर" की अध्यक्षता में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम का आयोजन ॥
वाराणसी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आनलाइन हाजिरी के विरोध में चलाए गए आंदोलन एवं मुख्यमंत्री,बेसिक शिक्षामंत्री, महानिदेशक स्कूल शिक्षा से मुलाकात करके आनलाइन हाजिरी योजना लागू करने से पुर्व शिक्षकों को हाफ सीएल,30 ईएल एवं 10 पीएल देकर आनलाइन हाजिरी को व्यावहारिक बनाने की मांग के परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं बेसिक शिक्षामंत्री संदीप सिंह के निर्देश पर दो महीने के लिए आनलाइन हाजिरी को स्थगित किए जाने एवं शिक्षकों की मांगों के निस्तारण के लिए कमेटी बनाए जाने पर वाराणसी के शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है
वाराणसी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आनलाइन हाजिरी के विरोध में चलाए गए आंदोलन एवं मुख्यमंत्री,बेसिक शिक्षामंत्री, महानिदेशक स्कूल शिक्षा से मुलाकात करके आनलाइन हाजिरी योजना लागू करने से पुर्व शिक्षकों को हाफ सीएल,30 ईएल एवं 10 पीएल देकर आनलाइन हाजिरी को व्यावहारिक बनाने की मांग के परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं बेसिक शिक्षामंत्री संदीप सिंह के निर्देश पर दो महीने के लिए आनलाइन हाजिरी को स्थगित किए जाने एवं शिक्षकों की मांगों के निस्तारण के लिए कमेटी बनाए जाने पर वाराणसी के शिक्षकों में हर्ष व्याप्त है। शिक्षकों की भारी मांग पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी द्वारा मुख्यमंत्री,बेसिक शिक्षामंत्री एवं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री महेंद्र कुमार एवं शीर्ष पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए आज दिनांक 17 जुलाई 2024 को केराकत पुर स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल में प्रदेश संयुक्त मंत्री एवं वाराणसी के जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय "शेखर" की अध्यक्षता में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका संचालन जिला महामंत्री आनंद कुमार सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन महिला विंग की जिलाध्यक्ष डा० रमा रुखैयार ने किया।
आज के कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय "शेखर" ने बताया कि अव्यहारिक ऑनलाइन डिजिटल अटेडेंस के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश के नेतृत्वकर्ताओं ने आंदोलन तथा वार्ता के दोनो पथों पर कार्य किया। ऑनलाइन अटेंडेस के प्रथम दिन 08 जुलाई को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,उत्तर प्रदेश ने सभी जनपदों के जिलाधिकारी कार्यालय में शिक्षकों की ऐतिहासिक संख्या में उपस्थिति के साथ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन को जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा तथा आंदोलन कर शिक्षक,शिक्षामित्र तथा अनुदेशकों की आवाज को सत्ता के गलियारों में पहुंचाने के साथ ही इस विषम परिस्थिति में शिक्षक साथियों के हौसलों को बुलंद किया।
सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी के कई माननीय सांसद महोदय तथा माननीय विधायक महोदय ने अव्यावहारिक आनलाइन हाजिरी व्यवस्था की तत्काल आलोचना किया तथा शिक्षक,शिक्षामित्र तथा अनुदेशक साथियों के मांगों को जायज बताया और इस आनलाइन उपस्थिति के आदेश को वापस लेने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के 08 जुलाई 2024 के द्वारा ऐतिहासिक आंदोलन का कार्यक्रम किया गया जिसमें पिछले कई वर्षों में हुए आंदोलनों के मुकाबले कई गुना अधिक भीड़ रही।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन का असर इतना हुआ कि पहली बार सभी राष्ट्रीय, प्रादेशिक टी.वी. न्यूज पर आनलाइन हाजिरी के विरोध में शिक्षकों के आंदोलन को लेकर लगातार डिबेट शुरू हुई और आंदोलन अपनी सफलता की तरफ अग्रसर हुआ।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश ने आंदोलन के साथ ही वार्ता के क्षेत्र में कार्य करते हुए सर्वप्रथम प्रदेश प्रभारी/ प्रदेश संगठन मंत्री महेंद्र कुमार जी ने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से मिलकर इसमें आने वाली समस्याओं से उन्हें अवगत कराया जिसके पश्चात मुख्यमंत्री जी के हस्तक्षेप तथा निर्देश के पश्चात आनलाइन हाजिरी के विषय पर अधिकारी शिक्षक संगठनों से वार्ता करने के लिए बाध्य हुए ।
इसके बाद आदरणीय महेंद्र कुमार जी के नेतृत्व में सन्गठन के प्रतिनिधिमंडल ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा तथा मा.बेसिक शिक्षा मंत्री श्री संदीप सिंह जी से क्रमशः 15 एवं 16 जुलाई को मुलाकात किया।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश से अपने आवास पर हुए मुलाकात के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री जी ने पहल करते हुए उच्च स्तर पर वार्ता किया तथा वहां का निर्देश प्राप्त होते ही आनलाइन हाजिरी को दो महीने के लिए स्थगित करते हुए शिक्षकों की मांगों को लागू करने के लिए कमेटी बनाने का निर्णय हुआ जिसका परिणाम आप सबके समक्ष है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शिक्षामित्र तथा अनुदेशकों की समान कार्य समान वेतन की मांग,सभी शिक्षको को उनके गृह ब्लॉक में तैनाती की मांग(अंतर्जनपदीय व अन्तः जनपदीय मुक्त स्थानांतरण के माध्यम से),राज्य कर्मचारी का दर्जा,कैशलेश बीमा(बिना प्रीमियम के),हाफ डे लीव,ई.एल.अवकाश,अविलम्ब, पदोन्नति आदि मांगों के त्वरित समाधान के लिए प्रयासरत था, है और रहेगा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश ने सबसे पहले ऐतिहासिक आंदोलन करके और उच्च स्तर मा.मुख्यमंत्री जी, मा. बेसिक शिक्षा मंत्री तक वार्ता करके शिक्षक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक साथियों के पीड़ा से अवगत कराया जिसका तत्कालिक सुखद परिणाम आया।
यह आनलाइन हाजिरी बहिष्कार के अभियान का यह प्रथम चरण था जो कि पूर्ण हुआ यदि दो महीने में शिक्षकों की मांगों पर बनाई गई कमेटी उचित निर्णय नहीं लेगी तो पुनः आनलाइन हाजिरी के बहिष्कार का अभियान चलाया जाएगा इसी के साथ सतत प्रक्रिया चलती रहेगी तथा शिक्षक,शिक्षामित्र, अनुदेशक व छात्र हित से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण के लिए महासंघ निरंतर प्रयासरत रहेगा।
शिक्षक,शिक्षामित्र एवं अनुदेशक के हितों की इस लड़ाई में साथ देने वाले सभी मा ननीय सांसद गण,माननीय विधायक गण,टीवी चैनल एवं प्रिंट मीडिया के बन्धुओं का राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ एवं इससे जुड़े शिक्षक बहुत बहुत आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस संघर्ष में महासंघ का लगातार साथ दिया। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आगे भी ऐसे ही आप सभी इसी तरह साथ देते रहेंगे।
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