वाराणसी काशी में मना परशुराम जयंती आयोजित की गई संगोष्ठी दिया गया परशुराम रत्न सम्मान
varanasi मंगलवार को भगवान परशुराम की जयंती थी अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद ने वाराणसी के मैदागिन स्थित पराड़कर भवन में परशुराम जयंती के अवसर पर एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें "राष्ट्र निर्माण और ब्राह्मण समाज" विषय पर एक संगोष्ठी भी की आयोजित की गई
varanasi मंगलवार को भगवान परशुराम की जयंती थी अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद ने वाराणसी के मैदागिन स्थित पराड़कर भवन में परशुराम जयंती के अवसर पर एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें "राष्ट्र निर्माण और ब्राह्मण समाज" विषय पर एक संगोष्ठी भी की आयोजित की गई संगोष्ठी में बोलते हुए शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि
राजा को दंड देने का अधिकार किसी को नहीं होता है लेकिन जब राजा गलती करता है तो उसे दंड देने का अधिकार ब्राह्मण को होता है क्योंकि ब्राह्मण धर्म दंड धारण करता है वही उन्होंने यह भी कहा की ब्राह्मण मतलब राष्ट्र निर्माण ही होता है ब्राह्मण ने आज समाज का निर्माण वर्षों पूर्व ही कर दिया था आज जितने भी राजनैतिक सामाजिक गैर सरकारी संगठन काम करते हो है
वह ब्राह्मण द्वारा किए गए संरचना का ही एक अंग है इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अन्नपूर्णा मठ के महंत शंकर पुरी महाराज जी ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि हमारे समाज को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा ब्राह्मण हित के बारे में सोचें विचार करें और परिकल्पना कर उसे परीडित करने का काम भी करें यही समाज हित के लिए है
ब्राह्मण हमेशा समाज देश और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देता रहता है वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वशिष्ठ त्रिपाठी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि समाज में आज जो कुछ भी दिख रहा है वह सब ब्राह्मण समाज का ही किया गया गया ज्ञान है और ब्राह्मण समाज ने ही राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान कर समाज को संगठित करने का काम किया है उन्होंने ब्राह्मणों को एकजुट होने का भी आवाहन किया
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया इसके बाद अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाले ब्राह्मणों को परशुराम रत्न से सम्मानित किया गया इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से दीपक ,मिश्रा प्रमोद मिश्रा, सुनील मिश्रा ,आदि लोगों ने अपना पूर्ण योगदान दिया
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