वाराणसी एयरपोर्ट पर हार्ट अटैक से यात्री की मौत ,भाई ने कहा - समय पर मिलता इलाज तो बच सकती थी जान
वाराणसी के बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट पर चेन्नई की फ्लाइट पकड़ने आए एक यात्री की मौत हो गई। एयरपोर्ट पर चेक इन के बाद 38 वर्षीय युवक की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वे फर्श पर गिर पड़े। नाजुक हालत को देखते यात्री को आननफानन नजदीक के अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि सूचना के बाद भी समय से कोई नहीं पहुंचा। अगर एयरपोर्ट पर उपचार मिल जाता तो जान बच सकती थी।
चेन्नई निवासी यात्री सेंथिलकुम वेल्लीराज (38) परिवार के दो सदस्यों के साथ दर्शन-पूजन के लिए वाराणसी आए थे। गुरुवार सुबह इंडिगो के कनेक्टिंग फ्लाइट से चेन्नई जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। चेक इन काउंटर से बोर्डिंग पास लेने के बाद सेंथिलकुम के सीने में दर्द हुआ और वो गिर पड़े।
एंबुलेंस में नहीं था चालक
साथ में मौजूद परिवार के सदस्यों ने मदद के लिए आवाज लगाई। आसपास के यात्री और एयरलाइंस कर्मी पहुंचे। लोगों ने तत्काल डॉक्टर बुलाने के लिए कहा लेकिन एयरपोर्ट स्थित एमआई रूम में डॉक्टर मौजूद नहीं थे। यात्री को नजदीकी अस्पताल में ले जाने के लिए टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर लाया गया।
जहां एंबुलेंस तो खड़ी थी लेकिन चालक नहीं थीं। ऐसे में यात्री को एक छोटी कार में लेटाकर समीप के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद सेंथिलकुम को मृत घोषित कर दिया। मृतक और उसके परिवार के सदस्यों को छोड़कर इंडिगो एयरलाइंस कर्मी एयरपोर्ट चले गए। शव लेकर परिवार के सदस्य शहर की ओर चले गए। विमान यात्री को प्राथमिक उपचार न मिलने की चर्चा पूरे दिन एयरपोर्ट पर होती रही। लोग यह चर्चा करते रहे की यदि एयरपोर्ट के एमआई रूम में डॉक्टर होते तो यात्री की जान बचाई जा सकती थी।एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने बताया कि सुबह एक यात्री को अचानक हार्ट अटैक आया था। उसे तत्काल एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। एयरपोर्ट के डॉक्टर भी निजी अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल में यात्री को मृत घोषित किया गया। यात्री को इंडिगो एयरलाइंस के कर्मियों ने अपने निजी कार से यात्री को हॉस्पिटल पहुंचाया।
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