पायल लक्ष्मी सोनी को मिला ''आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी सम्मान"
लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान में भारत उत्थान न्यास की राष्ट्रीय संगोष्ठी विषय: भारत के उत्थान में हिन्दी साहित्य की भूमिका एवं आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम सत्र की मुख्य अतिथि डॉ (श्रीमती ) सरला अवस्थी ने अपने अनुभवों को सभी के साथ सांझा करते कहा कि साहित्य के माध्यम से हम अपनी भावी पीढ़ियों तक भारतीय ज्ञान परम्परा एवं समृद्धशाली इतिहास को हस्तांतरित कर सकते हैं। आयोजन के अध्यक्ष डॉ पंकज सिंह ने बड़े विनोद पूर्ण ढंग से आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के जीवन की घटनाओं को प्रस्तुत किया।
पायल लक्ष्मी सोनी को मिला ''आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी सम्मान"
लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान में भारत उत्थान न्यास की राष्ट्रीय संगोष्ठी विषय: भारत के उत्थान में हिन्दी साहित्य की भूमिका एवं आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम सत्र की मुख्य अतिथि डॉ (श्रीमती ) सरला अवस्थी ने अपने अनुभवों को सभी के साथ सांझा करते कहा कि साहित्य के माध्यम से हम अपनी भावी पीढ़ियों तक भारतीय ज्ञान परम्परा एवं समृद्धशाली इतिहास को हस्तांतरित कर सकते हैं।
आयोजन के अध्यक्ष डॉ पंकज सिंह ने बड़े विनोद पूर्ण ढंग से आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के जीवन की घटनाओं को प्रस्तुत किया। विशिष्ट वक्ता डॉ.रोचना विश्नोई ने साहित्य की महत्ता को उजागर करते हुए कहा कि साहित्य हमारे विचारों को कम से कम शब्दों में व्यक्त करने का सर्वोत्तम साधन है। विशिष्ट अतिथि सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सुमित्रा चौधरी ने न्याय के क्षेत्र में हिन्दी की महत्ता पर विचार रखे। द्वितीय सत्र के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ बिंध्या बिंदू सिंह जी ने आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के जीवन पर अपने उद्गार व्यक्त किये एवं सभी का मार्गदर्शन किया। सत्राध्यक्ष एवं न्यास के संरक्षक डॉ उमेश पालीवाल जी ने न्यास के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं को हिन्दी एवं समाज कल्याण हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर काशी की बेटी श्रीमती पायल लक्ष्मी सोनी को आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट लोगों की उपस्थिति रही।
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