काशी के अस्सी घाट पर होली पर सियासी तड़का

वाराणसी में पंचदिवसीय होली उत्सव चल रहा हैं। जहां पहले दिन रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ के साथ काशीवासियों ने होली खेली तो वही दूसरे दिन मणिकर्णिका घाट पर मसाने की होली खेली गई और अब काशी के लोगों की होली शुरू हो गई है। गंगा घाट के किनारे मस्तानों की टोलियां सज गई है जिसमें सियासी गीत भी गए जा रहे हैं। इसी क्रम में श्री काशी चौदह पचासी विद्वत परिषद द्वारा अस्सी घाट के सुबह ए बनारस मंच पर इसका आयोजन किया गया।

काशी के अस्सी घाट पर होली पर सियासी तड़काहोली के रंग में सराबोर हुई काशी, गंगा घाट पर जोगीरा सा-रा-र


वाराणसी में पंचदिवसीय होली उत्सव चल रहा हैं। जहां पहले दिन रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ के साथ काशीवासियों ने होली खेली तो वह दूसरे दिन मणिकर्णिका घाट पर मसाने की होली खेली गई और अब काशी के लोगों की होली शुरू हो गई है।
 गंगा घाट के किनारे मस्तानों की टोलियां सज गई है जिसमें सियासी गीत भी गए जा रहे हैं। इसी क्रम में श्री काशी चौदह पचासी विद्वत परिषद द्वारा अस्सी घाट के सुबह ए बनारस मंच पर इसका आयोजन किया गया।



अपने फगुआ गीतों के लिए मशहूर वाराणसी में होली का खास उत्सव देखने को मिल रहा है। वाराणसी के गंगा तट पर होली की महफिल सजने लगी है। गंगा घाटों पर जुट रहे भक्त देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग के साथ यहां पर दिखाई दे रहे हैं। तो वहीं अयोध्या तो अब झांकी है काशी मथुरा बाकी है के गीत को भी गाया।

लोकगीत पर झूमे लोग

जाने-माने लोक गायक बीएचयू के डॉक्टर विजय कपूर ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ होली महोत्सव का शुभारंभ किया। वहीं विभिन्न प्रकार के होली के गीत गाए। इसमें बाबा के गुना से लेकर बरसाने की होली तक की गीत से सभी दर्शक हर-हर महादेव के उद्घोष से उनके गीतों पर झूम उठे।  

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