प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रधान संघ ने बोला हमला विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रधान संघ ने बोला हमला
विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
वाराणसी जिला प्रधान संघ संगठन वाराणसी के तत्वाधान में सैकड़ों की संख्या में जुटे प्रधानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए जमकर नारेबाजी की जिला संगठन अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के आदेशानुसार प्रदेश के हर जिले में जिलाधिकारी को ज्ञापन देने का आवाहन किया गया था इसे आवाहन के तहत हम सभी जिले भर के ग्राम प्रधान जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपने आये है ग्राम प्रधानों का आरोप है | राकेश कुमार सिंह का आरोप है कि आए दिन प्रधानों के साथ शोषण किया जाता है
अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर कहा जाता है कि पंचानवे जी के तहत प्रधानी समाप्त कर देंगे या धमकी देकर बराबर दबाव बनाया जाता है उसके विरोध में आज ज्ञापन दिया गया 15 सूत्री मांग पत्र सोपते हुए हुए कहा की प्रधानों का लगातार शोषण हो रहा है प्रदेश सरकार ने पहले 30% अनुदान राशि कम की थी और फिर 15 % कम कर के हम लोगों का ग्राम समाज का भारी नुकसान कर रही है
यह ने उनका आरोपी यह भी था की एनएमएस के तहत मनरेगा मजदूरों का ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाती है जबकि ग्रामीण इलाकों में मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से नदारद है ऐसे में ऐसी योजना को बंद कर देना चाहिए ग्राम प्रधान संघ के सैकड़ों प्रधानों ने शास्त्री घाट पर इकट्ठा होकर सबसे पहले जमकर नारेबाजी की उसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्राम प्रधान जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ कुच किए जिलाधिकारी कार्यालय के तरफ जैसे ही प्रधान संघ के कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में आगे बढ़े
वैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो जुलुस कोलेकर कुछ देर ग्राम प्रधान संगठन और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई लेकिन भारी संख्या में ग्राम प्रधान संगठन के लोगों द्वारा पुलिस को धक्का-मुक्की करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय के तरफ कूच कर गए और जब जिलाधिकारी कार्यालय गेट पर प्रधान संगठन के लोग पहुंचे
तो वहां पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने मुख्य द्वार बंद कर संगठन के लोगों को आगे जाने से रोक दिया मुख्य द्वार पर ही जिलाधिकारी प्रतिनिधि के रूप में बकिसी अधिकारी ने अधिकारी ने प्रधान संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के द्वारा दिए गए 15 सूत्री मांग पत्र को लेकर प्रधान संगठन के कार्यकर्ताओं को आश्वासन देकर वापस कर दिया
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