बजरडीहा पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप, पुराने मुकदमे की धौस देकर वसूल लिए 20 हजार रूपये
वाराणसी। बलात्कार के आरोप से मुक्त होना है तो बीस हजार रूपया दो, नही तो जाओ जेल! ऐसा फरमान भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा पुलिस की सुनकर कथित बलात्कार आरोपी अब्दुल सलाम के होश उड़ गये और आनन फानन में कर्ज लेकर पुलिस को बीस हजार रूपया दे दिया। पुलिस ने फर्जी पीड़ित गुनहर को पांच हजार रूपये का लाभ दिया, जिससे स्थानीय नागरिकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है।
बजरडीहा पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप, पुराने मुकदमे की धौस देकर वसूल लिए 20 हजार रूपये
फर्जी आरोप लगाकर पुलिस ने वसूला बीस हजार रूपया
पुलिस का धौस जमाकर सक्रिय दलाल निर्दोषो से वसूलते है रुपया, पुलिस देती है साथ
वाराणसी। बलात्कार के आरोप से मुक्त होना है तो बीस हजार रूपया दो, नही तो जाओ जेल! ऐसा फरमान भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा पुलिस की सुनकर कथित बलात्कार आरोपी अब्दुल सलाम के होश उड़ गये और आनन फानन में कर्ज लेकर पुलिस को बीस हजार रूपया दे दिया। पुलिस ने फर्जी पीड़ित गुनहर को पांच हजार रूपये का लाभ दिया, जिससे स्थानीय नागरिकों में जबरदस्त रोष व्याप्त है।
file photo
पुलिस चौकी के सक्रिय दलाल क्षेत्र के गरीब महिलाओं को रूपये का लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं और किसी निर्दोष पर पुलिस का धौस बनाकर पांच-दस वर्ष पूर्व की फर्जी घटना का हवाला देकर रूपया वसूल लेते है, इस कार्य में स्थानीय पुलिस बराबर सहयोग कर फर्जी आरोपी को हिरासत में लेकर समझौता करने का अनावश्यक दवाव बनाती है।
पश्चिम बंगाल मूल का रहने वाला अब्दुल सलाम बजरडीहा स्थित मूर्गिया टोला में रहकर राजगीर मिस्त्री का कार्य करता है।अब्दुल सलाम ने बताया कि गत तीन दिन पूर्व बजरडीहा पुलिस चौकी का सक्रिय दलाल पश्चिम बंगाल मूल निवासी सैजु ने बजरडीहा के कूड़िया स्थित अपने ठिकाने पर बुलाया और पश्चिम बंगाल मूल की महिला गुनहर से पांच वर्ष पूर्व की फर्जी दूराचार का आरोप लगाकर पुलिस का धौस जमाने लगा और मामले को रफादफा करवाने के एवज में बीस हजार रूपये मांगने लगा। उसने कहा कि दस हजार रूपया पुलिस को दिया जायेगा और पांच हजार रूपया कथित पीड़िता को और शेष पांच हजार रूपया अन्य को देकर मामला समाप्त कराया जाएगा। फर्जी दूराचार आरोपी अब्दुल सलाम ने रूपया देने से इन्कार किया तो मौके पर पुलिस पहुंच गयी और अब्दुल सलाम को हिरासत में लेकर मोबाइल फोन जब्त कर लिया। अब्दुल सलाम ने अपने परिजनो को सूचित करने का अनुरोध किया तो पुलिस ने डांटफटकार कर चुप करा दिया। पुलिस ने भी फर्जी बलात्कार आरोप से मूक्त होने के एवज में बीस हजार रूपये की मांग किया न देने पर जेल भेजने की धमकी दी। विवश होकर फर्जी बलात्कार आरोपी अब्दुल सलाम ने अपने मालिक से पन्द्रह हजार रूपये कर्ज लिया और अपने खर्च के रखे पांच हजार रूपया मिलाकर कुल बीस हजार रूपया पुलिस को देकर फर्जी बलात्कार के आरोप से मुक्त हुआ।
पुलिस ने तैयार किया समझौतापत्र
पुलिस चौकी बजरडीहा में तैनात दीवान ने दोनो पक्षो के मध्य समझौता पत्र तैयार किया। जिसपर पुलिस चौकी के सक्रिय दलाल की मौजुदगी में दोनो पक्षो से अंगूठा निशान लगवा दिया। समझौतापत्र में पुलिस ने लिखा कि गुनहर का मजदूरी का पांच हजार रूपया अब्दुल सलाम के पास बकाया था, जो नही दे रहा था। जिसके वावत पुलिस चौकी पर दोनो पक्षों को बुलाया गया, जिस दौरान दोनो पक्ष आपस में सुलह किया और अब्दुल सलाम ने गुनहर को पांच हजार रूपया अदा कर मामला रफादफा कर दिया।
अब्दुल सलाम ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व गुनहर उसके साथ मजदूरी का कार्य करती थी। उसके बाद से उसकी कभी भेट नही हुई। और उस दरम्यान कभी भी किसी बकाया रूपये की मांग नही किया। पुलिस की इस कार्यशैली से स्थानीय नागरिक हतप्रद है।
बजरडीहा पुलिस चौकी प्रभारी प्रभाकर ने बताया कि ऐसा मामला मेरी संज्ञान में नही आया है।
ज्ञातव्य है कि पूर्व में भी पुलिस चौकी का सक्रिय दलाल सैजू ने थाना भेलूपुर के क्राईम टीम के दीवान के साथ मिलकर बीस वर्ष पूर्व का फर्जी चोरी का आरोप लगाकर मधु को हिरासत में लेकर पचास हजार रूपये वसूल लिया था। आलाधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया तो दलाल व दीवान ने रूपया वापस कर आलाधिकारियों के समक्ष फर्जी आरोपी का अपने पक्ष में बयान कराया था। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पुलिस चौकी का सक्रिय दलाल क्षेत्र के मांस बिक्रेता से अवैध वसूली करता है।
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