सीएचसी गंगापुर में की गई स्किन ग्राफ्टिंग, दयाराम को मिला जीवनदान

सीएचसी गंगापुर में की गई स्किन ग्राफ्टिंग, दयाराम को मिला जीवनदान

सीएचसी गंगापुर में की गई स्किन ग्राफ्टिंग, दयाराम को मिला जीवनदान

• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगापुर में की गई स्किन ग्राफ्टिंग एक उत्कृष्ट पहल 


वाराणसी, 4 नवम्बर 2024
निहालापुर निवासी दयाराम जिनकी उम्र 75 वर्ष है वह दो महीने से मांस खाने वाले बैक्टीरिया की बीमारी से जूझ रहे थे| राज्य कर्मचारी बीमा निगम अस्पताल पांडेयपुर  में इलाज कराते समय उनके बाएं पैर की चमड़ी लगभग 20 फीसदी सड़ कर निकल गई थी। इसके इलाज के लिए उन्हें नई दिल्ली रेफर किया गया था, जहां उनकी प्लास्टिक सर्जरी होनी थी। आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर होने की वजह से वे इलाज नहीं करा पा रहे थे। इनका इलाज सीएचसी  गंगापुर (पिंडरा ) में स्प्लिट स्किन ग्राफ्टिंग विधि से सफलता पूर्वक किया गया। इसकी जानकारी सीएचसी गंगापुर के सर्जन डॉ श्रीकान्त पटेल ने दी|
स्किन ग्राफ्टिंग करने वाले डॉ पटेल ने बताया कि स्किन ग्राफ्टिंग एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसमें शरीर के किसी क्षतिग्रस्त हिस्से की त्वचा को स्वस्थ त्वचा के साथ बदला जाता है। इस प्रोसीजर में स्वस्थ त्वचा शरीर के किसी अन्य हिस्से से जैसे नितंब, जांघ और बांहों के ऊपरी हिस्से से त्वचा को निकाला जाता है। जिस जगह से स्वस्थ त्वचा को निकाला गया है, उसे “डोनर साइट” कहा जाता है और जहां त्वचा को लगाया गया है उसे “रिसिप्टेंट साइट” कहा जाता है। क्षतिग्रस्त त्वचा की जगह पर लगाने के लिए निकाले गये  स्वस्थ त्वचा के टुकड़े को “ग्राफ्ट” और जब ग्राफ्ट को प्राप्त कर लिया जाता है तो उसे “ऑटोग्राफ्ट” कहा जाता है। 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बेहतर चिकित्सीय सेवा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है इसी के अंतर्गत सीएचसी गंगापुर  में की  गई स्किन ग्राफ्टिंग सर्जरी एक उत्कृष्ट पहल है| उन्होंने गंगापुर सीएचसी के अधीक्षक सहित पूरी मेडिकल टीम की प्रशंसा करते हुये सफलतापूर्वक स्किन ग्राफ्टिंग किये जाने के लिये बधाई दी|

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow