सोनभद्र स्वास्थ्य विभाग सक्रिय:- विभाग में लंबे समय से अनुपस्थित 26 लापता डॉक्टरों के खिलाफ उनके घर के पते पर स्वास्थ्य विभाग का नोटिस
देश के अति पिछड़े जिलों में शामिल सोनभद्र में स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे ही लंबे समय से 26 “लापता डॉक्टरों” को चिह्नित कर शासन को अवगत कराने के साथ ही लापता डॉक्टरों के घर के पते पर भी नोटिस भेजा है। माना जा रहा है कि यदि अब भी यह नहीं लौटे तो बर्खास्तगी की कार्यवाही शुरू हो सकती है। पहले से ही चिकित्सकों की कमी का दंश झेल रहे स्वास्थ्य विभाग को उनके ही लापता डाक्टर पलीता लगा रहे हैं। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई हैं। जिले से 26 चिकित्सक लंबे समय से सेवाओं से लापता हैं। इनके बारे में कुछ पता न चलने पर विभाग ने इन्हें लापता की श्रेणी से अब अनधिकृत तरीके से अनुपस्थिति के दर्जे में रख दिया गया है। हालांकि
लंबे समय से अनुपस्थित 26 लापता डॉक्टरों के खिलाफ उनके घर के पते पर स्वास्थ्य विभाग का नोटिस
ड्यूटी पर नहीं लौटे तो होगी बर्खास्तगी
देश के अति पिछड़े जिलों में शामिल सोनभद्र में स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे ही लंबे समय से 26 “लापता डॉक्टरों” को चिह्नित कर शासन को अवगत कराने के साथ ही लापता डॉक्टरों के घर के पते पर भी नोटिस भेजा है। माना जा रहा है कि यदि अब भी यह नहीं लौटे तो बर्खास्तगी की कार्यवाही शुरू हो सकती है।
पहले से ही चिकित्सकों की कमी का दंश झेल रहे स्वास्थ्य विभाग को उनके ही लापता डाक्टर पलीता लगा रहे हैं। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई हैं। जिले से 26 चिकित्सक लंबे समय से सेवाओं से लापता हैं। इनके बारे में कुछ पता न चलने पर विभाग ने इन्हें लापता की श्रेणी से अब अनधिकृत तरीके से अनुपस्थिति के दर्जे में रख दिया गया है। हालांकि चिकित्सकों की ज्यादा कमी के चलते महकमें का प्रयास यहीं है कि यह लौट आएं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में भी कई बार नोटिस दिया जा चुका है लेकिन किसी भी लापता डॉक्टर ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। अब इन्हें आखिरी अवसर देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा को सूचित करते हुए इस बार लापता डॉक्टरों के घराें के पते पर भी विभागीय पत्र भेजकर सूचित कर दिया गया है। वहीं नोटिस का जवाब नहीं मिलने की दशा में इनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
इस संबंध में सीएमओ डॉ0 रमेश सिंह ठाकुर ने बताया कि “जिले में 26 डॉक्टर लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे हैं। लंबे समय से गायब डॉक्टरों में से दो डॉक्टर ऐसे भी हैं जो पीजी करने के बाद से अब तक ज्वाइन नहीं किया है। इन डॉक्टरों को बुलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पूर्व में भी नोटिस भेजी गई है। तीन महीने से अधिक समय से अनैच्छिक अवकाश पर चल रहे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक को रिपोर्ट भेज दी गई है। लापता डॉक्टरों के घरों के पतों पर भी विभागीय पत्र जारी किए गए हैं कि वह अपनी ड्यूटी ज्वाइन करें। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सेवा समाप्ति का निर्णय शासन स्तर पर ही लिया जाएगा।”
What's Your Reaction?