वाराणसी में भू माफियाओं की आतंक से कराह रहे काश्तकार, जबरदस्त आक्रोश,

वाराणसी। भू माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का शिकंजा नाकाम साबित हो रहा है। भू माफिया जबरदस्ती अचल संपत्ति कब्जा कर रहे हैं और पीड़िता पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों सहित सोशल मीडिया पर जान व माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगा रही है। ऐसा ही मामला सोनभद्र निवासी आशा देवी पत्नी उदय नारायण सिंह का देखने को मिल रहा है जहां उन्होंने अपनी राम नगरटेंगरा मोड़ वाराणसी स्थित भूमि को स्थानीय भूमाफिया से बचाने की आलाधिकारियों से गुहार लगायी है।

वाराणसी में भू माफियाओं की आतंक से कराह रहे काश्तकार, जबरदस्त आक्रोश,

वाराणसी में भू माफियाओं की आतंक से कराह रहे काश्तकार, जबरदस्त आक्रोश,
वाराणसी। भू माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का शिकंजा नाकाम साबित हो रहा है। भू माफिया जबरदस्ती अचल संपत्ति  कब्जा कर रहे हैं और पीड़िता पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों सहित सोशल मीडिया पर जान व माल की सुरक्षा के लिए  गुहार लगा रही है। ऐसा ही मामला सोनभद्र निवासी आशा देवी पत्नी उदय नारायण सिंह  का देखने को मिल रहा है जहां उन्होंने अपनी  राम नगरटेंगरा  मोड़ वाराणसी स्थित भूमि को स्थानीय भूमाफिया से बचाने की आलाधिकारियों से गुहार लगायी है।  

 
आशा देवी का आरोप है कि टेंगरा मोड़ स्थित अचल संपत्ति पर स्थानीय थाना रामनगर के हिस्ट्रीशीटर व भू-माफिया नागेश सिंह अपने नाजायज गोलबंद लोगों के साथ मिलकर पीड़िता की भूमि को जबरदस्ती कब्जा कर प्लाटिंग करने का प्रयास किया तो मना करने पर भूमाफिया ने हाथापाई कर जान से मारने की धमकी दिया, जिससे पीड़िता का पूरा परिवार सदमे में है। पीड़िता की सूचना पर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी मौन है। आरोप है कि हिस्ट्रीशीटर नागेश सिंह के खिलाफ विभिन्न थानों में लगभग दो दर्जन मुकदमे दर्ज है और गैंगस्टर सहित गुंडा एक्ट में भी चालान हो चुका है, हिस्ट्रीशीटर काफी दबंग किस्म का है जिसके खिलाफ स्थानीय पुलिस कार्यवाही करने से कतराती है। 
पीड़िता की माने तो हिस्ट्रीशीटर नागेश सिंह पुलिस प्रशासन का बर्खास्त सिपाही है। उसके भाई और पंजीकृत गैंग  का सदस्य  धर्मेंद्र कुमार सिंह  भी  डेन काशी  का  हैं जिसकी  पक्ष मीडिया हाउसेस पर है  और उसीउसीउउउस मिडिया हाउस  का  लाभ उठाकर हिस्ट्रीशीटर नागेश सिंह ने जबरदस्ती काश्तकारों की काफी अचल सम्पत्ति को कब्जा कर अकूत दौलत व अचल संपत्ति का मालिक बन गया है। स्थानीय पुलिस प्रशासन उसके पकड़ पहुंच के चलते उसके गिरेबान पर हाथ नही डालती है और हिस्ट्रीशीटर बेखौफ होकर घटना को अंजाम देकर जबरदस्ती काश्तकारों की भूमि कब्जा करता है।
 पूर्व में वाराणसी के प्रमुख उद्योग पति  अशोक गुप्ता की जमीन को फर्जी ढंग से कब्जाकर बेच दियस था जिसके संबंध में मुकदमा अपराध संख्या39/2015 दर्ज हो आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया जा चूका है |  इस मुकदमे में नागेश लम्बे समय तक जेल में रहा लेकिन आज तक उसे अपनी आदत नहीं छोड़ी और फिर पीड़िता   आशा देवी की जमीन अपने ही गैंग के सदस्य  संजय कुमार सिंह को बेचकर खुद प्लाटिंग क्र रहा है इसी की शिकता आशा देवीने पुलिस के आलाधिकारियों से की है 

आइए आप बताते हैं भूमाफिया नागेश सिंह कौन है
भू माफिया नागेश कुमार सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही है उसे सुकृत चौकी मिर्जापुर से बर्खास्त किया गया था उसके ऊपर सर्वाधिक धोखाधड़ी के मुकदमे वाराणसी चंदौली मिर्जापुर सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में भी दर्ज हैं वाराणसी जिला प्रशासन ने काफी पूर्व मैं ही भूमाफिया घोषित कर दिया था फिलहाल नागेश कुमार सिंह थाना रामनगर में पंजीकृत गैंग D31 का सरगना और इस गैंग के सदस्य इसका बड़ा भाई संजय कुमार सिंह छोटा भाई और डेन संचालक धर्मेंद्र कुमार सिंह दीनू सत्येंद्र कुमार पिंटू विपिन कुमार सिंह मनोज कुमार सिंह राहुल कुमार सिंह हैं पुलिस ने गैंग पंजीकृत तो कर लिया लेकिन आज तक इस भू माफिया के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई कुछ नहीं हुई रामनगर में या बैंक तब सामने आया जब 2001 में इसी जमीन को हड़पने के लिए नागेश कुमार सिंह और उनकी गिरोह के सदस्यों ने पीड़िता के परिजन फतेह बहादुर सिंह की हत्या कर और मुकदमे में नामजद होने के बावजूद पुलिस ने इस गैंग के खिलाफ कार्यवाही न करते हुए पीड़िता के पति और पूर्व सैनिक को ही फसा दिया और नामजद अभियुक्त संजय कुमार सिंह नागेश कुमार सिंह को मुकदमे से बाहर कर दिया फिलहाल यह मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है और उच्च न्यायालय द्वारा फर्जी ढंग से फंसाए गए पूर्व सैनिक और पीड़िता के पति उदय नारायण सिंह की याचिका पर उच्च न्यायालय प्रयागराज ने स्थगन आदेश दिया हुआ है नागेश कुमार सिंह का छोटा भाई धर्मेंद्र कुमार सिंह धोनी 16 दिसंबर 2012 को केबल ऑपरेटर पुष्कर शुक्ला की हत्या कर चर्चा में आया था उसके बाद तत्कालीन ज़ी न्यूज़ संवाददाता राम सुंदर मिश्रा को ब्लैकमेल करने के लिए भी काफी प्रयास किया लेकिन उसमें खास सफलता नहीं मिल पाई उसके बाद इसके खिलाफ की गई जांच में पुष्कर शुक्ला मर्डर केस में उच्च न्यायालय प्रयागराज के हस्तक्षेप के बाद धर्मेंद्र कुमार सिंह दीनू की गिरफ्तारी हुई और वह जेल गया इसी गैंग के दूसरे सदस्य संजय कुमार सिंह यूपीपीडब्ल्यूडी ठेकेदार है उसका भी चरित्र प्रमाण पत्र फर्जी ढंग से थाना लंका से प्राप्त किया था इस संबंध में भी थाना लंका में अपराध संख्या 265 और आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया जा चुका है इसी प्रकार कई पुलिस अधिकारी भी इस गैंग के सदस्य हैं जिसमें प्रमुख नाम है सत्येंद्र कुमार तिवारी अनिल राय और कई दरोगा शामिल हैं
अपने ही पुलिसकर्मियों के बल पर नागेश कुमार सिंह और उसका गैंग लगातार अपराध करते हुए पुलिसिया कार्रवाई से बचता आ रहा है

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow