वाहन रैली के साथ 14 अक्टूबर से प्रारंभ होगा मिशन शक्ति का चौथा चरण
महिला सुरक्षा सम्मान व स्वावलम्बन का महा अभियान मिशन शक्ति नए चरण में कर रहा प्रवेश
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में मिशन शक्ति अभियान को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक, दिये आवश्यक दिशा निर्देश
- आगामी त्योहारों के मद्देनजर प्रदेश में हों सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, तय हो हर किसी की जवाबदेही
- धार्मिक/परंपरा आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई काम न हो
- सेफ सिटी परियोजना के पहले चरण के बचे हुए कार्यों को जल्द करें पूरा
लखनऊ, 10 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और बेटियों को सशक्त व स्वावलंबी बनाने के लिए चल रहे 'मिशन शक्ति' अभियान के चौथे चरण के शुभारंभ को लेकर लोकभवन में बैठक की।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘मिशन शक्ति अभियान’ का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। अब 14 अक्टूबर को प्रदेश भर में एक साथ वाहन रैली निकालकर केंद्र और राज्य सरकार की महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरुक करते हुये इसका नवीन चरण प्रारंभ किया जाए।
उन्होंने कहा कि फील्ड में तैनात महिला बीट अधिकारी महिलाओं के बीच जाकर शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी दें और प्राथमिकता के आधार उनकी समस्या का निर्धारित समय सीमा में समाधान कराएं।
● मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान प्रत्येक ग्राम पंचायत व वॉर्ड में आयोजित किया जाए तथा ग्राम प्रधान, महिला पुलिस बीट, लेखपाल, पंचायत सचिव, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी, ए.एन.एम.की इसमें सहभागिता सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर केन्द्र व राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी व महिला सुरक्षा जागरूकता जैसे कार्य सम्पन्न हों।
बीट अधिकारी सप्ताह में एक दिन पंचायत भवन में जाकर महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करें। लोगों को शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराएं तथा योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आ रही समस्याओं का निराकरण करने के कार्य को आगे बढ़ाएं।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अभियान के दौरान प्रदेशभर के बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के बच्चों को साथ में जोड़ते हुए उनके द्वारा जन जागरुकता की प्रभात फेरियां निकाली जाएं।
इसके साथ ही गृह विभाग मिशन शक्ति के जागरुकता अभियान के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल करे। मिशन शक्ति अभियान से जुडे़ सभी विभाग 14 और 15 अक्टूबर को जागरुकता के कार्यक्रमों का आयोजन करें। वहीं 16 अक्टूबर से विभागवार निर्धारित कार्यक्रमों को भव्य आयोजन किया जाए।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में ट्रैफिक का प्रभावी संचालन और इसकी मॉनिटरिंग अत्यन्त आवश्यक है। ट्रैफिक की प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए और जाम की समस्या न बनने दी जाए। प्रदेशवासियों के साथ प्रशासन और पुलिस के लोग सहयोगपूर्ण व्यवहार करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी त्योहारों के मद्देनजर पटाखों की दुकानें भीड़ भाड़ इलाके में न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। इस भी सुनिश्चित करें कि आतिशबाजी भीड़-भाड़ से दूर हो।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर विकास विभाग सिटी बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था को सुचारु रूप से चालू करें तथा मुख्य चौराहों व प्रमुख स्थलों पर साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। बस ड्राइवर, ई-रिक्शा चालक, टू-व्हीलर चालक का पंजीकरण जरूर किया जाए। किरायेदारों का वैरिफिकेशन के कार्य को अनिवार्य किया जाए।
● मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि पर्वों एवं त्योहारों का आगामी एक माह का समय संवेदनशील है। एक माह त्योहार की उमंग से परिपूर्ण होंगे। बाजारों में भीड़ होगी। विभिन्न आयोजनों में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे, वरिष्ठ नागरिक आदि की सहभागिता होगी।
इसके दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के साथ-साथ सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए। प्रदेश, कमिश्नरी और रेंज स्तर पर कण्ट्रोल रूम सक्रिय कर कानून व्यवस्था की स्थिति पर निरन्तर नजर रखी जाए।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में परम्परागत रूप से माँ दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती रही हैं। जिसको लेकर दुर्गा पूजा आयोजन समितियों से संवाद के माध्यम से प्रतिमाओं की स्थापना सुरक्षित स्थान जैसे सार्वजनिक पार्क आदि में करायी जाए, ताकि सड़क पर सामान्य यातायात प्रभावित न हो। इस कार्यवाही में लोगों की आस्था और जनभावना का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के समय पुलिस बल की तैनाती के लिए स्थानीय जरूरतों के मुताबिक रणनीति तैयार की जाए। नदियों में विसर्जन न हो, इसको लेकर पुख्ता कार्ययोजा तैयार की जाए। इसके साथ ही दृष्टिगत मूर्ति विसर्जन समितियों से संवाद कर अस्थायी तालाबों में मूर्तियों का विसर्जन कराया जाना उचित रहेगा।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व-त्योहार में प्रशासन द्वारा आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो। आयोजकों को कार्यक्रम की अनुमति दें, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि हर कोई नियम-कानून का पालन करेगा।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए।
● मुख्यमंत्री जी ने कहा कि थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
● दुर्गा पूजा आस्था के उत्साह का आयोजन है। परंपरागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो। अभियान चलाकर धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकर की ध्वनि पूर्व की भांति मानक के अनुरुप निर्धारित कराई जाए। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का शत-प्रतिशत पालन कराया जाए।
● त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें। बीट स्कीम लागू करें। अवैध वाहन स्टैंड को तत्काल समाप्त किया जाए।
● महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के संकल्प की पूर्ति में "सेफ सिटी परियोजना" अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है। ऐसे में परियोजना के पहले चरण में 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर में बचे कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। परियोजना को सफलता जन सहयोगी से ही मिलेगी, ऐसे में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, शिक्षण संस्थानों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाए जाएं। आमजन, व्यापारियों, संस्थान संचालकों को जागरुक कर उन्हे सीसीटीवी के महत्व को बताया जाए। उन्हे सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित भी करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोग अपनी सुविधा अनुसार अपने सीसीटीवी फुटेज का डाटा अपने पास सुरक्षित रख सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि आवश्यकता पड़ने पर फुटेज केवल पुलिस को ही उपलब्ध कराई जाए।