कार्बन डेटिंग का मामला हो सकता है गरम,एक हिन्दू पक्ष ने किया विरोध का ऐलान
वाराणसी :- ज्ञानवापी प्रकरण में अदालत के निर्णय के पहले ही हिंदू समाज आर पार की लड़ाई के मूड में लेकिन हम संवैधानिक तरीके से ही लड़ना चाहते हैं। विश्व वैदिक सनातन संघ का ऐलान शिवलिंग की कार्बन डेटिंग किसी भी कीमतपर नहीं होने देंगे |
वाराणसी :- ज्ञानवापी प्रकरण में अदालत के निर्णय के पहले ही हिंदू समाज आर पार की लड़ाई के मूड में लेकिन हम संवैधानिक तरीके से ही लड़ना चाहते हैं। विश्व वैदिक सनातन संघ का ऐलान शिवलिंग की कार्बन डेटिंग किसी भी कीमतपर नहीं होने देंगे |
नहीं होने देंगे इसके लिए हमें कुछ भी करना पड़े। जहां पर ज्ञानवापी प्रकरण पर वाराणसी न्यायालय में फैसला सुरक्षित कर लिया गया है वही कार्बन डेटिंग के मामले को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई जानकारी के लिए। अभी जहां पर श्रृंगारगौरी प्रकरण के वादी संख्या 02 से 05 के अधिवक्ताओं द्वारा हिंदू पक्ष की ओर से एक प्रार्थना पत्र लगाकर कार्बन डेटिंग की अपील की गई है हिंदू पक्ष वादी नम्बर 01 राखी सिंह के अधिवक्ताओं ने इस मामले का विरोध किया है।
क्योंकि सनातन संस्कृति और परंपरा को बचाने के लिए सीधे तौर पर हिंदू पक्ष राखी सिंह के वकीलों का साफ-साफ कहना है कि कार्बन डेटिंग से हिंदू समाज की आस्था को चोट पहुंचेगी और ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाना चाहिए जिससे सनातन संस्कृति और परंपरा आहत हो कार्बन डेटिंग के प्रकरण में विश्व वैदिक सनातन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सन्तोष सिंह ने कहा की जो शिवलिंग कमीशन के दौरान मिला है अगर उसकी कार्बन डेटिंग की जायेगी तो वह खंडित होगा वैदिक सनातन धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा का कोई विधान नहीं है यही नहीं हिन्दू समाज की भावनाओं के ऊपर कुठाराघात होगा जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, भगवान आदि विश्वेश्वर स्वयंभू ज्योतिर्लिंग की कार्बन डेटिंग की मांग कर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा काम है। कार्बन डेटिंग या अन्य किसी प्रकार की वैज्ञानिक जांच तो पूरे परिसर की होनी चाहिए न कि शिवलिंग की
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