Ashoka institue of techonology and management का 7 वा  दीक्षांत समारोह पर बोले यूपीसरकार के मंत्री ;- 

वाराणसी। यूपी के तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की इस बात पर निर्भर करती है उस देश के लोग कितने अनुशासित हैं। खुद अनुशासन में रहें और अनुशासन के पालन को प्राथमिकता दें। दिखावे से दूर रहते हुए हर किसी को अपने समकक्ष समझें। उन्होंने यह कहा कि सामाजिक मूल्यों की नींव शिक्षण संस्थान में डाली जाती है। जिस शिक्षण संस्थान में मानवीय सरोकारों को अहमियत मिलती है, वहां बच्चे देश-दुनिया में अपना और अपने देश का नाम रौशन करते हैं।

Ashoka institute of technology and management का 7 वा  दीक्षांत समारोह पर बोले यूपी सरकार के मंत्री ;- 
शिक्षा के साथ मानवीय मूल्य व सामाजिक

सरोकारों को प्राथमिकता दें स्टूडेंट्स :- आशीष 

क्रासर-----

अशोका इंस्टीट्यूट के 7वें दीक्षांत समारोह में यूपी के तकनीकी शिक्षा मंत्री का उद्बोधन

 

वाराणसी। यूपी के तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि किसी भी देश की तरक्की इस बात पर निर्भर करती है उस देश के लोग कितने अनुशासित हैं। खुद अनुशासन में रहें और अनुशासन के पालन को प्राथमिकता दें। दिखावे से दूर रहते हुए हर किसी को अपने समकक्ष समझें। उन्होंने यह कहा कि सामाजिक मूल्यों की नींव शिक्षण संस्थान में डाली जाती है। जिस शिक्षण संस्थान में मानवीय सरोकारों को अहमियत मिलती है, वहां बच्चे देश-दुनिया में अपना और अपने देश का नाम रौशन करते हैं।

श्री पटेल शनिवार को इंजीनियरिंग और प्रबंधन की शिक्षा देने वाले पूर्वांचल के अग्रणीय संस्थान अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (Ashoka Institute Of Technology And Management), पहड़िया में आयोजित सातवें दीक्षांत समारोह में स्टूडेंट्स और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। जापान का उदारहण देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने हाल ही में इस देश की यात्रा की तो उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। खासतौर पर वहां के लोगों अनुशासन और मानवीय दृष्टिकोण सचमुच काबिल-ए-तारीफ है। जापान में बच्चों प्री स्कूल से ही मानवीय मूल्यों शिक्षा दी जाती है। उसी शिक्षा की वजह से वो खुद आगे बढ़ते हैं और उनका देश भी आगे बढ़ता है। जापान के लोग जिस तरह से तकनीक का इस्तेमाल करते हैं उनका मुकाबला शायद ही कोई देश कर पाता होगा।

डार्विंग की थ्योरी का उदाहरण देते हुए श्री पटेल ने कहा कि जो वक्त के साथ खुद नहीं बदलता वो खत्म हो जाता है। इस लिए समय साथ अपनी शिक्षा और बात-व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा। बैचलर डिग्री के बाद ही स्टूडेंट्स के जीवन का वो चक्र चालू होता है

जिसमें उन्हें अपनी शिक्षा का उपयोग परिवार, समाज और अपने देश के लिए करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि वो इंजीनियरिग स्टूडेंट्स को डिग्री दे रहे हैं। एक वक्त वो भी था जब वो उन्होंने भी दीक्षांत समारोह में सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। अशोका इंस्टीट्यूट में उम्दा शिक्षण व्यवस्था के लिए संस्थान के संस्थापक अशोक मौर्य, चेयरमैन अंकित मौर्य के अलावा वाइस चेयरमैन अमित मौर्य की जमकर तारीफ की और कहा कि इनकी सरलता व समर्पण के चलते ही अशोका इंस्टीट्यूट यूपी का एक बड़ा  गौरवशाली संस्थान बना है।

इससे पहले कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने राजदीप सिंह, अंजली श्रीवास्तव, आस्था, कृतिका बर्नवाल, नीरज वर्मा, अतांजलि यादव, सौरभ सिंह और वैष्णवी सिंह को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया।

ज्योति विश्वकर्मा, जागृति गुप्ता, आरएन यादव, अमृषा शाडिल्य, अकबर शिकोह, आकांक्षा यादव, संजीव यादव और काजल शर्मा को सिल्वर मेडल से नवाजा गया। इनके अलावा आकांक्षा पांडेय, शिवानी गुप्ता, विनीत यादव, आकांक्षा सिंह, किशन चौरसिया, अभिनव पांडेय, चेतन शर्मा, शालिनी प्रिया को ब्रांज मेडल दिया गया।

अशोका इंस्टीट्यूट की निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान की उपलब्धियों को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि आशीष पटेल को संस्थापक अशोका मौर्य ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन अशोका स्कूल आफ बिजनेस के निदेशक प्रो.सीपी मल्ल ने दिया।

इस अवसर पर फार्मेसी के निदेशक डा.बृजेश सिंह, डीन एसएस कुशवाहा, रजिस्ट्रार असीम देव के अलावा शर्मिला सिंह, अनुजा सिह, अरविंद कुमार, प्रशांत गुप्ता, अजय भूषण, रमेश सिंह, रनदीप शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन गौरव कुशवाहा ने किया।

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