यूपी ने परिवारवाद को नकारा, अब बिहार की बारी : योगी आदित्यनाथ
औरंगाबाद/नवादा, 15 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बिहार में दो-दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान योगी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर जमकर प्रहार किया। कड़ी धूप के बावजूद उन्हें देखने-सुनने बड़ी संख्या आमजन पहुंचे। सीएम ने औरंगाबाद में बीजेपी प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के समर्थन में जनसभा की, वहीं नवादा में विवेक ठाकुर के पक्ष में विजय संकल्प रैली को उन्होंने संबोधित किया।
यूपी ने परिवारवाद को नकारा, अब बिहार की बारी : योगी आदित्यनाथ
- बिहार में परिवारवादियों पर गरजे योगी, कहा- लालू बढ़ा रहे जनसंख्या
- योगी आदित्यनाथ ने बिहार के औरंगाबाद और नवादा में विशाल जनसभाओं को किया संबोधित
- सीएम योगी ने औरंगाबाद से उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह के पक्ष में की जनसभा
- लोकतंत्र की प्रारंभिक भूमि है बिहार : योगी
- राजद को रंगदारी वसूली से फुर्सत नहीं थी : योगी आदित्यनाथ
- कांग्रेस व राजद के दलदल को साफ करने के बाद बिहार में बढ़ेगी विकास की रफ्तार : योगी आदित्यनाथ
औरंगाबाद/नवादा, 15 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बिहार में दो-दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान योगी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर जमकर प्रहार किया। कड़ी धूप के बावजूद उन्हें देखने-सुनने बड़ी संख्या आमजन पहुंचे। सीएम ने औरंगाबाद में बीजेपी प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के समर्थन में जनसभा की, वहीं नवादा में विवेक ठाकुर के पक्ष में विजय संकल्प रैली को उन्होंने संबोधित किया। लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईश्वर उन्हें स्वस्थ्य रखे, वो आबादी बढ़ाएं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अलग पांच साल में तीन करोड़ गरीबों के आवास बनाएंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार से कांग्रेस व राजद के दलदल को साफ करने के बाद बिहार में विकास की रफ्तार बढ़ेगी।
श्रीरामलला विराजमान हुए तो बिहार के अंदर भी उत्साह और उमंग था
औरंगाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजद से कोई उम्मीद न कीजिए। यह चुनाव नेशन फर्स्ट व फैमिली फर्स्ट का है। अच्छा हुआ कि एनडीए को बिहार में और सशक्त बनाने में हमें सफलता प्राप्त हुई। बिहार में लालू जी के परिवार के लिए ही सीट कम पड़ रही थी। यह परिवार तक ही सीमित हो गए। परिवार के बाहर सोच है ही नहीं। विकास भी परिवार का, सीट भी परिवार को, योजनाओं का लाभ भी परिवार को ही मिलना है। एक परिवार बिहार और एक परिवार यूपी में है। यूपी की जनता उन्हें जवाब दे चुकी है, अब बिहार के लोगों को जवाब देने के लिए तैयार होना है। जातिवादी ताकतों को नकार दें। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच सौ वर्षों का इंतजार समाप्त हुआ। अयोध्या धाम में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हुए तो बिहार के अंदर भी उत्साह और उमंग था। बिहारवासियों ने जो उपहार भेजे थे। उसके लिए बिहारवासियों का आभार प्रकट करता हूं। यूपी व बिहार का चोली-दामन का संबंध है। यह अलग होने वाला नहीं है। हम सीताराम बोलते हैं। पहले मां सीता, फिर श्रीराम का नाम लेते हैं। यह दोनों राज्यों के संबंध को जोड़कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अभियान को बढ़ाता है। योगी ने कहा कि कोरोना के दौरान बिहार के लोग अन्य राज्यों से निकल रहे थे तो हमने कहा कि यह मां सीता के मायके के लोग हैं, उनसे भेदभाव नहीं होगा। जो सुविधा उप्र वासियों को मिले, वही सुविधा बिहार वालों को भी मिले। यूपी में मिली सुविधा की सभी लोगों ने सराहना की थी।
जातिवादी-परिवारवादी राजनीति लोकतंत्र में सबसे बड़ी बाधा
नवादा में जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बात की गारंटी है कि दिल्ली से पैसा अब सीधे अकाउंट में आता है। विकास कार्यों को गिनाते हुए सीएम योगी ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले 10 वर्ष में चार करोड़ गरीबों को मकान मिले हैं। अगले पांच वर्ष में तीन करोड़ और मकान बनाएंगे। ईश्वर लालू जी को स्वस्थ करें, वह आबादी बढ़ाएं और भाजपा आवास बनाने का कार्य करेगी। एक तरफ मोदी जी भारत को डिजिटल युग में ले जा रहे हैं तो दूसरी तरफ राजद व उनके लोग लालटेन युग की तरफ पीछे ढकेल रहे हैं। कहा कि नवादा देश के लोकतंत्र को बचाने वाले स्व. जयप्रकाश बाबू की पावन कर्मभूमि और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कर्पूरी ठाकुर की पावन धरा है। बिहार ने देश को सब कुछ दिया। संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र बाबू, पूर्व मुख्यमंत्री कृष्ण बाबू इसी जमीं के हैं। कांग्रेस व उनके सहयोगियों ने कभी जयप्रकाश जी, कर्पूरी ठाकुर को सम्मान नहीं दिया, लेकिन पीएम मोदी व भाजपा ने कर्पूरी ठाकुर को 'भारत रत्न' देकर बिहार वासियों को सम्मान दिया। इसे लोकतंत्र की प्रारंभिक भूमि के रूप में जाना जाता है। यह देश के इतिहास को बनाने व लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाली भूमि है। लोकतंत्र के सामने सबसे बड़ा संकट राजनीति का अपराधीकरण, अपराधियों का राजनीतिकरण रहा। जातिवादी-परिवारवादी राजनीति लोकतंत्र में सबसे बड़ी बाधा है। योगी ने कहा कि राजद को रंगदारी वसूली से फुर्सत नहीं थी, लेकिन भाजपा-एनडीए सरकार में रंगदारी नहीं हो सकती।
What's Your Reaction?