टोल बूथ को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान, अब जाम से मिलेगी मुक्ति

टोल प्लाजा पर लगने वाले समय की बचत होगी जीपीएस आधारित टोल सिस्टम आएगा टोल प्लाजा पर एक वाहन को 47 सेकेंड का समय लगता है

टोल बूथ को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान, अब जाम से मिलेगी मुक्ति

अगर आप भी अपनी कार में हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो टोल प्लाजा पर वक्त लगने की वजह से परेशान होना स्वाभाविक है। 100 किलोमीटर या फिर उससे कम दूरी तय करने पर आपको रुकना और पैसा देना है, इसमें भी कई जगहों पर लंबा जाम लगा रहता है जिसके चलते लोगों का वक्त जाया होता है। सरकार लगातार टोल प्लाजा पर लगने वाले समय को कम करने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में देश के राजमार्गों पर टोल प्लाजा को हटाने के लिए सरकार अगले 6 महीने में जीपीएस आधारित टोल संग्रह प्रणाली समेत अन्य तकनीक पेश करेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात की जानकारी दी है।

वाहनों के जाम से राहत मिलेगी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य राजमार्गों पर वाहनों के जाम से बचना है। एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा कि एनएचएआई का मौजूदा टोल राजस्व 40,000 करोड़ रुपये है। अगले 2 से 3 दिनों में यह बढ़कर 1.40 लाख करोड़ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार देश में राजमार्गों पर स्थित टोल प्लाजा को हटाने के लिए जीपीएस आधारित टोल प्रणाली जैसी तकनीक शुरू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि हम इस तकनीक को 6 महीने में लाएंगे।

टेस्टिंग मोड पर काम 
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय वाहनों को बिना रोके टोल वसूलने के लिए स्वचालित नंबर प्लेट के लिए एक परीक्षण योजना पर भी काम कर रहा है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में टोल प्लाजा पर किसी वाहन के रुकने का समय करीब 8 मिनट था। 2020-21 और 2021-22 में फास्टैग के लागू होने के बाद टोल प्लाजा पर वाहनों के रुकने का समय घटकर 47 सेकेंड रह गया है। लेकिन इसमें और भी कमी करने की तैयारी की जा रही है।

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